________________
४०
जाम गयासणि लेइ करे कुसुम घिवेवि सभुवेहिं
Jain Education International
घत्ता
विद्दविउ ताम गोविंदेण ।
हय दुदुहि सुरवर - विंदेश ||
इय रिटुमिचरिए धवलइयासिय सयंभुएव कए छत्तीसमो इमो सग्गो ||३६||
रिट्टणेमिचरिउ
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org