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( सिरि-जइवसहाइरियविरइय-चुण्णिमुत्तसमण्णिदं
सिरि-भगवंतगुणहरभडारोवइडं क सा य पा हुड
तस्स
सिरि-वीरसेणाइरियविरइया टीका जयधवला
तत्थ पदेविहत्ती णाम पंचमो अत्याहियारो)
* कालो। १. कालो उच्चदि त्ति भणिदं होदि ।
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ॐ काल। १. कालका कथन करते हैं यह रक्त कथनका तात्पर्य है।
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