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विषय
पृष्ठ , विषय जधन्य अल्पबहुत्वके जाननेकी सूचना
| अनन्तानुबन्धियोंके चारों जघन्य स्थितिप्राप्तोंमिथ्यात्वके चारों जघन्य स्थितिप्राप्तोंके अल्प- ___के अल्पबहुत्वका निर्देश
४५० बहुत्वका निर्देश
४४७ | स्त्रीवेद, नपुसकवेद, अरति, और शोकके सम्यक्त्व, सम्यग्मिथ्यात्व, बारह कषाय, चारों जघन्य स्थितिप्राप्तीका अल्पबहुत्व
पुरुषवेद, हास्य, रति, भय और जुगुप्साके अनन्तानुबन्धीके समान है इसका निर्देश ४५१ चारों जघन्य स्थितिप्राप्तोंका अल्पबहुत्व मिथ्यात्वके समान है इसकी सूचना ४५०
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