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सुगमं ।
छक्खंडागमे वेयणाखंड
सण्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स जहण्णओ जोगो असंखेज्जगुणो ॥
सुगमं ।
बीइंदियपज्जत्तयस्स उक्कस्सओ जोगो असंखेज्जगुणो ॥ सुगमं ।
तीइंदियपज्जत्तयस्त उक्कस्सओ जोगो असंखेज्जगुणो ॥ सुगमं ।
चउरिंदियपज्जत्तयस्स उक्कस्सओ जोगो असंखेज्जगुणो ॥
सुमं ।
[ ४, २, ४, १६७.
असण्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स उक्कस्सओ जोगो असंखेज्ज - गुणो ॥ १७१ ॥ सुमं ।
सष्णिपंचिंदियपज्जत्तयस्स उक्कस्सओ जोगो असंखेज्जगुणो
॥ १७२ ॥
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यह सूत्र सुगम है ।
उससे संज्ञी पंचेन्द्रिय पर्याप्तकका जघन्य योग असंख्यातगुणा है ॥ १६७ ॥ यह सूत्र सुगम है ।
उससे द्वीन्द्रिय पर्याप्तकका उत्कृष्ट योग असंख्यातगुणा है ॥ १६८ ॥ यह सूत्र सुगम है ।
उससे त्रीन्द्रिय पर्याप्तकका उत्कृष्ट योग असंख्यातगुणा है ।। १६९ ।। यह सूत्र सुगम है ।
उससे चतुरिन्द्रिय पर्याप्तक्का उत्कृष्ट योग असंख्यातगुणा है ॥ १७० ॥ यह सूत्र सुगम है ।
उससे असंज्ञी पंचेन्द्रिय पर्याप्तकका उत्कृष्ट योग असंख्यातगुणा है ॥ १७१ ॥ यह सूत्र सुगम है ।
उससे संज्ञी पंचेन्द्रिय पप्तकका उत्कृष्ट योग असंख्यातगुणा है ॥ १७२ ॥
· आप्रतौ ' संखेज्जगुणो, ताप्रतौ ' [ अ ] संखेज्जगुणो ' इति पाठः ।
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