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जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
जसहरचरिउ : पुष्पदन्त, सम्पा० हीरालाल जैन, दिल्ली, १६७२ जीवन्धरचम्पू : हरिश्चन्द्र, सम्पा० पन्नालाल जैन, दिल्ली, १६५८ जैनधर्मामृत : हीरालाल, काशी, १६६० ज्ञानार्णव : शुभचन्द्र, सम्पा० पन्नालाल बाकलीवाल, बम्बई, १६२७ णायकुमारचरिउ : पुष्पदन्त, सम्पा० हीरालाल जैन, दिल्ली, १६७२ तत्त्वार्थवार्तिक : अकलंकदेव, सम्पा० महेन्द्रकुमार, द्वि० भाग, काशी १६५७ तत्त्वार्थवृत्ति : दिल्ली, १६४६ तत्त्वार्थसार : कलकत्ता, १६२६ तत्त्वार्थ-सूत्र : उमास्वामि, टीका सुख लाल संघवी, वाराणसी, १६७६ तिलोयपण्णत्ति : यतिवृषभ, सम्पा० ए० एन० उपाध्ये तथा हीरालाल जैन; शोलापुर,
१६४३ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र (भाग १, २, ३) : हेमचन्द्र, अनु० एच० एस० जॉनसन,
गायकवाड़ ओरियण्टल संस्कृत सीरीज, बड़ौदा, १६३१-१६५४; जैनधर्म
प्रचारक सभा, भावनगर, बम्बई, वि० सं० १६६५ दशवैकालिक : सम्पा० नथमल, कलकत्ता, सं० २०२० दसवैकालिकासून : अहमदाबाद, १६६२ दर्शन पाहुड़ : बम्बई, वि० सं० १६७७ दर्शनसार : देवसेन सूरि, सम्पा० नाथूराम प्रेमी, बम्बई, वि० स०, १६७४ दिगम्बर जैन व्रतोद्यापन-संग्रह : सम्पा० फूलचन्द्र सूरत चन्द दोशी, ईडर, १६५४ द्रव्य-संग्रह : सम्पा० मोहन लाल शास्त्री, जबलपुर, वी० नि० सं० २४६२ द्विसन्धान महाकाव्य : धनञ्जय, सम्पा० खुशालचन्द गोरावाला, दिल्ली, १६७० धर्मामृत (सागार एवं अनगार) : आशाधर, सम्पा० कैलाशचन्द्र, भाग १ व २,
दिल्ली, १६७७-७८ धर्मरत्नाकर : जयसेन, सम्पा० ए० एन० उपाध्ये, शोलापुर, १६७४ नायाधम्मकहाओ : सम्पा० एन० वी० वैद्य, पूना, १६४० नियमसार : कुन्दकुन्दाचार्य, अनु० मगन लाल जैन, बम्बई, १६६० न्यायदर्शन : मुजफ्फरनगर; १६३४ पंचास्तिकाय : बम्बई, वि० सं० १६७२ पंचाध्यायी : देवकी नन्दन, १६३२ पउम चरिउ : स्वयम्भूदेव, सम्पा० एस० सी० भायाणी, अनु० देवेन्द्र कुमार जैन,
भाग १ से ५, दिल्ली १६५८-१६७०
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