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साधु जीवन एक महान् आदर्श जीवन है। उसकी उत्कृष्ट साधना, अध्यात्म की एक महान् आदर्श साधना है ।
प्रस्तुत अध्याय में साधु की आदर्श साधना का एक अति सुन्दर रेखाचित्र उपस्थित है।
आदर्श साधु
आत्म-शान्ति और आत्म-सिद्धि की शोध में, ज्ञान का उज्ज्वल प्रकाशमान प्रदीप लेकर आत्मा से परमात्मा बनने के पथ पर
अग्रसर हुए पूज्य साधु !
दुनियाँ की ऋद्धि को त्यागकर आत्म-सिद्धि के अमर साधक ! आपको वन्दन हो ! कोटि-कोटि वन्दन !
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संसार के क्षेत्र में.
संस्कारी वातावरण का सृजन कर,
साधना के शिखर पर, जो वेगवती गति से बढ़ रहा है, वही है सच्चा साधु !
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