________________
पुस्तक परिचय
प्रस्तुत पुस्तक का नाम है समाज और संस्कृति । पूज्य गुरुदेव राष्ट्र-सन्त, उपाध्याय कवि-रत्न, श्रद्धेय अमर चन्द्र जी महाराज के ओजस्वी एवं तेजस्वी प्रवचनों का संकलन तथा संचयन । इस के सम्पादक हैं—पूज्य गुरुदेव के प्रमुख शिष्य पंडितरत्न, शास्त्री विजय मुनि जी साहित्य रत्न । सम्पादक ने गम्भीर प्रवचनों को सरलता, सहजता और समरसता प्रदान की है । भाषा को सुन्दरता और शैली को चारुता दी है । प्रवचनों का मुख्य विषय है समाज और संस्कृति । इसका प्रथम संस्करण वर्षों से अनुपलब्ध था । प्रेमी पाठकों की माँग निरन्तर बढ़ती जा रही थी । अतः पुनः प्रकाशन आवश्यक हो गया था । उसका यह द्वितीय संस्करण पाठकों को समर्पित करके हम अपने कर्तव्य को पूरा कर रहे हैं । पूरा विश्वास है, कि अध्येता इस का अध्ययन कर के अपने जीवन को अर्थवत्रा तथा फलवत्रा प्रदान करेंगे । इस के प्रकाशन को सुन्दर आकार एवं प्रकार देने में श्री संजय चपलावत ने पूरा-पूरा योग-दान दिया है, तदर्थ उन्हें भूरि-भूरि साधु-वाद है ।
जैन भवन, लोहा मंडी आगरा १५-७-१९६४, शुक्रवार
ओम प्रकाश जैन
मन्त्री श्रीसन्मति ज्ञान-पीठ, आगरा
-
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org