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________________ १० ३५६ विकल्पंगळ | छे । २ शेषैकभागपल्या संख्यातबहुभागंगळर्द्धाद्वेग मुन्निनंते अस्त प प प aa aaa a a पंचसमयनिरंतर योगप्रवृत्तिस्थान विकल्पंगळ सुपरितनपंचसमयनिरंतरयोगप्रवृत्तिस्थान विकल्पंगळम छे प |२ २प प्पुवु : - छे प प प प प । २ a Raaga a a र्द्धाद्धंगळ मुनिनंत अधस्तनोपरितनषट्समय निरंतर योगप्रवृत्तिस्थानविकल्पंगळप्पुवु छे a २ प । २ २ छे aaaपपपप a aaa a गो० कर्मकाण्डे aaa पपपपप 22222 मुन्निनंते अधस्तनोपरितन सप्त समय निरंतरयोगप्रवृत्तिस्थानविकल्पंगळप्पुवु: निरंतरप्रवृत्तिस्थानविकल्पाः - २ छे Jain Education International - छेपपपपप २ शेषैकभागपल्या संख्यातबहुभागा aaaaaaaa aaa पपपपप 2 22222 संख्यातबहुभागार्धमघस्तनचतुःसमय निरंतरप्रवृत्तिस्थान विकल्पाः ठ aaaपपप aaa शेषैकभागपल्या संख्यात बहु भागाद्धर्द्धिस्थानविकल्पंगळ -२ छे aa a प शेषार्धमुपरितनचतुःसमय a प्रवृत्तिस्थानविकल्पाः अर्धं चोपरितनपंचसमयनिरंतरप्रवृत्तिस्थानविकल्पाः -२ छे पपप २ aaa प २ शेषैकभागपल्या संख्यात बहुभागार्धमधस्तनपंचसमय निरंतर For Private & Personal Use Only Ο aaa पपपप aaaa Q प २ २ शेष भागपल्या संख्यातबहुभागार्घार्धमघस्तनोपरितनषट्समयनिरंतर प्रवृत्तिस्थानविकल्पाः लिखें । जो योगस्थान निरन्तर छह समय तक होते हैं वे आधे तो उनके नीचे और आधे ऊपर लिखें । जो योगस्थान निरन्तर पाँच समय तक होते हैं वे आधे तो नीचे और आ उनके ही ऊपर लिखें। जो योगस्थान निरन्तर चार समय तक होते हैं, वे आधे उनके नीचे www.jainelibrary.org
SR No.001325
Book TitleGommatasara Karma kanad Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Siddhant Chakravarti, A N Upadhye, Kailashchandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1999
Total Pages698
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Principle, Karma, P000, & P040
File Size16 MB
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