________________
-४. ५७४ ] चउत्थो महाधियारो
[ २१३ वीसहदवासलक्खब्भहिएK चउसु उवाहिउवमेसुं । विरदेसु धम्मजम्मो अणंतसामिस्स जम्मादो ॥ ५६८
सा ४ वस्स २००००००। उवहिउवमाणतिदए वोलीणे णवयलक्खवासजुदे । पादोणपल्लरहिदो संतिभवो धम्मभवदो य ॥ ५६९
सा ३ वस्स धण ९००००० रिण प. पल्लद्धे वोलीणे पणवाससहस्समौणअदिरित्ते । कुंथुजिणेसंजणणं जणणादो संतिणाहस्स ॥ ५७०
प. धण वस्स ५००० एक्कारसहस्सूणियकोडिसहस्सोणपल्लपादम्मि । विरदम्मि अरजिणिदो कुंथुप्पत्तीए उप्पण्णो ॥ ५७१
रिण ९९९९९८९००० उणतीससहस्साधियकोडिसहस्सम्मि वस्सतीदम्मि । अरजिणउप्पत्तीमो उप्पत्ती मलिणाहस्स ॥ ५७२
वा १०००००२९००० । 'पणुवीससहस्साहियणवहदछल्लक्खवासवोच्छेदे । मल्लिजिणुब्भूदीदो उब्भूदी सुन्वयजिणस्ल ॥ ५७३
वा ५४२५००० । धीससहस्सन्भधिया छल्लक्खपमाणवासवोच्छेदे । सुव्वयउप्पत्तीदो उप्पत्ती णमिजिणिदस्स ॥ ५७४
६२००००।
अनन्तनाथ स्वामीके जन्मके पश्चात् बीस लाख वर्ष अधिक चार सागरोपमोंके बीतनेपर धर्मनाथ प्रभुने जन्म लिया ॥ ५६८ ॥ सा० ४, वर्ष २० लाख।
धर्मनाथकी उत्पत्तिके पश्चात् पौन पल्य कम और नौ लाख वर्ष सहित तीन सागरोपमोंके बीत जानेपर शान्तिनाथ भगवान्ने जन्म लिया ॥ ५६९ ॥ ( सा० ३ + वर्ष ९ लाख )- प.।
भगवान् शान्तिनाथके जन्मके पश्चात् पांच हजार वर्ष अधिक आधे पल्यके बीतनेपर कुन्थुनाथ जिनेन्द्र उत्पन्न हुए ॥ ५७० ॥ प० ३, वर्ष ५ हजार।
कुंथुनाथकी उत्पत्तिके पश्चात् ग्यारह हजार कम एक हजार करोड़ वर्षसे रहित पाव पल्यके बीतनेपर अर जिनेन्द्र उत्पन्न हुए ॥ ५७१ ॥ प० -- वर्ष ९९९९९८९००० ।
अर जिनेन्द्रकी उत्पत्तिके पश्चात् उनतीस हजार अधिक एक हजार करोड़ वर्षोंके बीतनेपर मल्लिनाथ भगवान्का जन्म हुआ ॥ ५७२ ॥ व० १०००००२९००० ।
भगवान् मल्लिनाथकी उत्पत्तिके पश्चात् पच्चीस हजार अधिक नौसे गुणित छह अर्थात् चौवन लाख वर्षों के बीत जानेपर सुव्रत जिनेन्द्रकी उत्पत्ति हुई ॥ ५७३ ॥ व० ५४२५०००।
भगवान् सुव्रतकी उत्पत्तिके पश्चात् बीस हजार अधिक छह लाख वर्षप्रमाण कालके व्यतीत होनेपर नेमिनाथ जिनेन्द्रका जन्म हुआ ॥ ५७४ ॥ व० ६२००००।
१ द पादाण. २ द ब संतिभवा. ३ द ब मास अधिरित्तो. ५ द व १.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org