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________________ २. प्रथम परिशिष्ट के वर्ग-विशेष धिइकंत बालिखिक धीर (६) सामान्य पुरुष द अइबल अइविरिअ अंक अंबट्ठ अग्गिदाण अचल अणिवारिअविरिअ अणुद्धर अमियप्पभ अयल अरिदमण अरिहसण अवराइ असंकि आणंद आणदि आससेण इंददत्त वसु वसुपुज वसुसामि बाउकुमार वालिखिल्ल विउलवाहण विचित्तरह विजअ विजय विजयपव्व विजयरह विजयसद्ल विजयसायर विजयसेण विजयारि विज्जुप्पभ विणोअ कुलिसयन केढव केसरि खेमकर गयवाहण घणवाहरह चंदभद्द चंदमंडल चंदोदय चकद्ध चिंतामणि चित्तरह छत्तछाय जउणदत्त जंबूण जक्खदत्त जक्खसेण जगज्जुइ जणमेज जणवह जमदग्गि जय जयकंत जयप्पह जसकित्ति जसहर जिणवइरसेण जियसत्तु तियसंजअ तिसिर दंडग दढरह दमयंत दुम्मुह भगिरही भाणु भाणुप्पह भीम भूरिण, भूरी भूसण भोयरह मईदवाह मंदर मंदिर मरु महसेण महाघोस महाधअ महापउम महाबल महाबुद्धि महिंददत्त महिहर नंदण नंदिघोस नदिवद्धण नंदिसेण नलिणिगुम्म नागदमण निद्दड्ढ निस्संदिअ पउम पउमरह पउमासण पउमुत्तर पकयगुम्म पज्जुण्ण पडिणंदी 'पयाबल पयावइ पयासजस पयाससीह परसुराम पलंबबाहु पवणावत्त पहायर पियंकर पियव पियधम्म पियनदि पियवद्धण पिहु पीयंकर पुहईधर पोटिल बंधुरुद्द विण्हु विमलवाह विरस विस्ससेण विस्सावसु ससंक ससिप्पभ सहदेव सहसकिरण सिद्धत्थ सिरिकत सिरिचंद सिरिधम्म सिरिधर सिरिनदण सिरिवण सिरिवद्धिय सिरिसेणराय सिवंकर सिहि सीह उदर सीहचंद सीद्धय सीहरह सीहवाहण सोहविक्कम सीहसेण सीहेंदु सीहोयर सुंदरसत्ति सुकंठ सुकेस सुचंद सुणंद सुदरिसण सुपइट्ठ सुप्पभ सुबंधुतिल सुबुद्धि सुभद्द सुमाल सुमित्त सुमुह सुयधर सुरजेट्ठ सुरप्पभ सुवइट्ठ इंदाभ वीर मारिदत्त मुणिभद्द मेरु उक्कामुह उग्ग उदयसुंदर उसह एगकण्ण कंकड कंडुरु कंतासोग कढोर कत्तविरिय कयधम्म करवह कलह कसिव काल कुंडल कुंभ कुबेरकत कुलवद्धण मेहकुमार मेहप्पभ मेहप्पह मेहरह रइवद्धण रणलोल रयणरह रुद्दनाम लच्छीहरद्धय बग्घरह बजकचू वजकण्ण वजनाभ वहिसिह वसभदत्त वसहद्ध वीरसेण वीससेण वेसमण संझत्थ संपुष्णिदु संब संभू संवर सञ्चास सढ सत्तुंदम,-ण सत्तुदमधर समसुद्ध समुद्दविजन सयभु सयबाहु सरह सल्ल सव्व देव बंभभूह दोण,-घण धणअ धम्ममित्त धम्मरुइ बंभरह बहुवाहण बालचंद बालमित्त धर धरणिधर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001273
Book TitlePaumchariyam Part 2
Original Sutra AuthorVimalsuri
AuthorPunyavijay, Harman
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year2005
Total Pages406
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, Story, & Jain Ramayan
File Size11 MB
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