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परिशिष्ट २
(१) अमात्यमंत्रिपरिवार (२) आयुध (३) ऋषि-तापस-परिवाजक (४) कुलकर (५) गंधर्वपरिवार (६) गणधर (७) गणिका-वेश्या (८) गृहपति वणिक-श्रेष्ठि-परिवार (९) ग्रन्थ (१०) ग्रन्थकर्ता (११) तन्तुवायपरिवार (१२) तीर्थकरभिक्षादातृ (१३) दासभृत्यपरिवार (१४) दूतपरिवार (१५) दृती (१६) देव-देवी (१७) द्वारपाल (१८) धात्री
प्रथम परिशिष्ट के वर्ग-विशेष (१९) नागरिकपरिवार (२०) नैमित्तिक (२१) पक्षिविशेष (२२) पुरोहितपरिवार
२३) प्रजाप्रगण्य (२४) ब्राह्मणपरिवार (२५) मित्र-सखी
राक्षस (२६) योद्धा र वानर
। विद्याधर
इक्ष्वाकु
(२९) लोकपाल (३०) वंश (३१) विद्यागुरु (३२) विमान
(तीर्थकर (भरहवासी, विदेहवासी)
चक्रवती (भरह(३३) शलाकापुरुष बासी,अन्य)
बलदेव वासुदेव
(प्रतिवासुदेव (३४) शिलाविशेष (३५) शिष्य (३६) श्रमण-श्रमणी (३७) श्रमणशाखा (३८) श्रावक-श्राविका (३९) सारथि (४०) सेनापति (४१) हस्तिनाम
(२७) राजपरिवार
राक्षस वानर विद्याधर सामान्य
। सोम
। हरि
८) लेखवाहक
पुरुष
ग)
मणिचूल
(१) अमात्य-मंत्रि-परिवार
मारी अणेयबुद्धि
मेहावि उग्गसेण
मोग्गर
वजनेत खारदूसण
वजमा गयणतदि
संदेहपार चित्तप्पभ
सब्वगुत्त जब-बचत
सहस्सम जमदंड
सारण पंच-मुह, चयण
सिरीचंद बिहप्फ
सुबुद्धि मइसमुद्द
सुमइ मइसायर
सुय मयंक
हेमंक मरुत
स्त्री महामइ
विजयावली
(२) आयुध अमोहविजया (शक्ति) वजावत्त (धनुष) चंदहास (खड्ग) सुजहास । रविभास (..) सूरहास ।
(३) ऋषि-तापस-परिव्राजक अंगिरम (स) भिग्ग अग्गिकेउ
बंभरुइ अणुद्धर
मारीई नार
सिद्धत्थ
(५) गंधर्षपरिवार
स्त्री
चित्तमाला
(६) गणघर इंदभइ, गोयम उसहसेण
(७) गणिका-वेश्या भणंगलया
वसंतममरा रमणा (८) गृहपति-पणिक्-श्रेष्टि-परिवार
गोमुह अप्पासेय
गोहाणिय अरहदास
जिणदत्त असोय
जिणपउमण्इ अहिदेव
तिलय कणग
घणदत्त गुणधर
नयणाणंद
पुरुष
१ पडिसुइ २ सम्मुइ ३ खेमंकर. ४ खेमंधर ५ सीमंकर ६ सीमंधर ७ चक्खुनाम
८ महप्पा ९ विमलवाहण १० अमिचंद ११ चंदाम १२ मरुदेव १३ पसेणई १४ मामि-हि
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