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सू० ५०] ठाणंगसुत्ते बीए अज्झयणे बिट्ठाणे पढमो उहेसओ। ११
दो किरियाओ पन्नत्ताओ तंजहा—काइया चेव आधिकरणिया चेव । काइया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा–अणुवरयकायकिरिया चेव दुप्पउत्तकायकिरिया चेव । आधिकरणिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-'संजोयणाधिकरणिया चेव णिवत्तणाधिकरणिया चेव ।
दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा—पाओसिया चेव पारियावणिया चेव। ५ पातोसिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-जीवपाओसिया चेव अजीवपाओसिया चेव। पारियावणिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सहत्थपारियावणिया चेव परहत्थपारियावणिया चेव।
दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा—पाणातिवायकिरिया चेव अपच्चक्खाणकिरिया चेव। पाणातिवायकिरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सहत्य- १. पाणातिवायकिरिया चेव परहत्थपाणातिवायकिरिया चेव। अपच्चक्खाणकिरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-जीवअपञ्चक्खाणकिरिया चेव अजीवअपञ्चक्खाणकिरिया चेव।
दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा–आरंभिया चेव पारिग्गहिया चेव । आरंभिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-जीवआरंभिया चेव अजीवआरंभिया १५ चेव। एवं पारिग्गहिया वि।
दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा-मायावत्तिया चेव मिच्छादसणवत्तिया चेव। मायावत्तिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा—आयभाववंकणता व परभाववंकणता चेव । मिच्छादंसणवत्तिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहाऊणाइरित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव तव्वइरित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव। २० ।
___ दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा—दिविया चेव पुट्ठिया चेव। दिडिया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-जीवदिट्ठिया चेव अजीवदिट्ठिया चेव। एवं पुट्ठिया वि।
१. “पुनरन्यथा द्वे-दो किरियेत्यादि"-अटी०॥ २. अहिगरणिया जे० ला १ मु०। "अधिकरणं...खड्गादि, तत्र भवा आधिकरणिकी"-अटी०॥ ३. दुपउ° पा० ला १, २॥ ४. अहिक जे० मु०॥ ५. संजोगणा' पा० ला १॥ ६. पाउ° मुः। एवमग्रेऽपि ॥ ७. अप्प पा० ला १, २॥ ८. परि° ला १ मु०॥ ९. परि° मु० । “एवं पारिग्गहिया वि त्ति आरम्भिकीवद् द्विधेत्यर्थः"-अटी.॥ १०, ११. मायव पा० ला १॥
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