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________________ (१०) परमार राजवंश का बंशवृक्ष १. उपेन्द्र (७९१-८१८ ई.) - डम्बरसिंह (बागड शाखा) २. वैरिसिंह प्रथम (८१८-८४३) ३. सीयक प्रथम (८४३-८६८) ४. अज्ञात नरेश (८६८-८९३?) ५. कृष्णराज (वावपति प्रथम) (८९३-९१८) ६. वैरिसिंह द्वितीय (वज्रटस्वामी) (९१९-९४५) ७. सीयक द्वितीय (हर्ष) (९४५-९७३) ८. वाक्पति द्वितीय (मुंज) (९७४-९९५) ९. सिंधुराज (नवसाहसांक) (९९५-१०११) । ---------- ! अर्णोराज चन्दन १०. भोजदेव प्रथम दूसल १२. उदयादित्य (जालौर शाखा) (१०११-१०५५) (किराडू शाखा) (१०७०-१०९४) (आबू शाखा) ११. जयसिंह प्रथम (१०५५-१०७०) " लक्ष्मदेव १३. नरवर्मन् जगद्देव (मृत्यु १०८६) (१०९४-११३३) (१०९४-११३०) (कुन्तल राज्य) १४. यशोवर्मन् (११३३-११४२) अजयवर्मन् प्रथम (?) १५. जयवर्मन् प्रथम (११४२-११४३) म. कु. लक्ष्मीवर्मन् म. कु. त्रैलोक्यवर्मन् (११४४) (भोपाल क्षेत्र) १६. विन्ध्यवर्मन् (११७५-११९४) म. कु. हरिश्चन्द्र (११५७-११७८) १७. सुभटवर्मन् (११९४-१२०९) १८. अजुनवर्मन् (१२१०-१२१८) म. कु. उदयवर्मन् (११९९) १९. देवपालदेव (१२१८-१२३९) २०. जैतुगीदेव (१२३९-१२५५) २१. जयसिंह-जयवर्मन् द्वितीय (१२५५-१२७५) २३. भोज द्वितीय (१२९० ? ) २२. अर्जुनवर्मन् द्वितीय (१२७६-१३००१) २४. महलकदेव (१३०५) २५. जयसिंह तृतीय (१३०९) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001130
Book TitleParmaras Abhilekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarchand Mittal, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1979
Total Pages445
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Society
File Size9 MB
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