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सिद्धहेमचन्द्राभिधशब्दानुशासने
इदम आय: ।। ३६५ ॥
अपभ्रंशे इदम्शब्दस्य स्यादौ आय इत्यादेशो भवति ॥ आयई' लोअहो लोअणई' जाई सरई न भंति । अप्पिए' दिट्ठइ मउलिअहिं पिए दिट्ठइ विहसंति' ॥ १ ॥ सोस म सोस चिअ उअही' वडवानलस्स किं तेण । जं जलइ जले जलणो आएण वि किं न पज्जतं ॥ २ ॥ आयहो" दड्ढ - कलेवरहो" जं वाहिउ तं सारु ।
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जइ उट्टब्भइ" तो कुहइ अह बज्झइ तो छारु ॥ ३ ॥
सर्वस्य साहो वा ।। ३६६ ॥
अपभ्रंशे सर्वशब्दस्य साह इत्यादेशो वा भवति ॥
साहु" वि लोउ तडफडइ वड्डत्तणहो" तणेण । वड्डप्पणु पर" पाविअइ" हत्थे" मोक्कलडेण ॥ १ ॥ पक्षे । सव्वुवि ॥
किमः काई - कवणौ वा ॥ ३६७ ॥
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अपभ्रंशे किमः स्थाने काई" कवण" इत्यादेशौ वा भवतः ॥ जइ न सु" आवइ दूइ घरु काई अहोमुहु" तुज्झु । वयणु" जु खंडइ त सहिए सो पिउ होइ न मझु ̈ ॥ १ ॥ काई" न दूरे" देक्खई" ।। [ ३३९.१ ]
12 उट्ठ
1 आइं A, आभई T. 2 लोअणाई AB. 3 भन्ति TV. 4. अप्पिय C. 5 विअसन्ति T. 6 चिय D. 7 उदही C. 8 बडवाणलस्सु P, वडवाणलस्स T.. 9न C. 10 आअहो T. 11. कडेवरहो CP. जइ A, उट्ठज्झइ B. 13 A omits वा. 14 साह AP. 15 वडतणहो C, वड्डप्पणहो T. 16 परि 17 पावियइ CD. 18 हत्थे ABC, हथि TV. 19, मोकलडे C. 20 काइ C. 21 ACD. 22 सू B. 23° मुह A, मुहुँ V. 24 तुज्झ A, अज्झु C. 27 aig A. 28 दूरें D.
PTv.
25 वअणु T. 26 मुज्झ C.
29 पेक्खइ T.
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