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अनुयोगद्वारसूत्रम् [सू० २३३-२५९]
२७९ लद्धीखओवसमियासुयअण्णाणलद्धीखओवसमिया विभंगणाणलद्धी, खओवसमियाचक्खुदंसणलद्धीएवमचक्खुदंसणलद्धीओहिदंसणलद्धी, एवं सम्मइंसणलद्धी मिच्छादंसणलद्धी सम्मामिच्छादंसणलद्धी, खओवसमिया समाइयचरित्तलद्धी एवं छेदोवट्ठावणलद्धी परिहारविसुद्धियलद्धीसुहमसंपराइयलद्धी, एवं चरित्ताचरित्तलद्धी,खओवसमिया 5 दाणलद्धी एवं लाभ० भोग० उवभोग० खयोवसमिया वीरियलद्धी, एवं पंडियवीरियलद्धीबालवीरियलद्धीबालपंडियवीरियलद्धी, खओवसमिया सोइंदियलद्धीजावखओवसमियाफासिंदियलद्धी,खओवसमिएआयारधरे एवंसूयगडधरे ठाणधरेसमवायधरे विवाहपण्णत्तिधरे एवं नायाधम्मकहा० उवासगदसा० अंतगडदसा० अणुत्तरोववाइयदसा० पण्हावागरण० 10 खओवसमिए विवागसुयधरे खओवसमिए दिट्ठिवायधरे, खओवसमिए णवपुव्वीजावचोद्दसपुव्वी, खओवसमिएगणीखओवसमिएवायए।सेतं खओवसमनिप्फण्णे। सेतंखओवसमिए।
[सू०२४८] से किंतंपारिणामिए? पारिणामिए दुविहेपण्णत्ते।तंजहासादिपारिणामिए य १, अणादिपारिणामिए य २।
- [सू०२४९]से किंतंसादिपारिणामिए?सादिपारिणामिए- अणेगविहे पण्णत्ते। तंजहा
जुण्णसुराजुण्णगुलोजुण्णघयंजुण्णतंदुलाचेव।
अब्भाय अब्भरुक्खासंझा गंधव्वणगराय॥२४॥ ... उक्कावाया, दिसादाघा, गज्जियं, विजू, णिग्घाया, जूवया, जक्खालित्ता, 20 धूमिया, महिया, रयुग्घाओ, चंदोवरागा, सूरोवरागा, चंदपरिवेसा, सूरपरिवेसा, पंडिचंदया, पडिसूरया, इंदधणू, उदगमच्छा ,कविहसिया,
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