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प्रस्तावना-विषयानुक्रम : १५ विषय पृष्ठ विषय
पृष्ठ (vi) संवृतिसे प्रमाण-फल (ख) नया चिन्तन ११५ ___ व्यवहार करने में
(१) भावना-विधि-नियोग ११५ दोष १०९
(२) जाति-समीक्षा ११६ २. ग्रन्थकार
(३) सह-क्रमानेकान्तकी १११-१२०
परिकल्पना ११६ (१) विद्यानन्द : परिचय १११
(४) व्यवहार और निश्चय (२) जैनदर्शनको उनकी
द्वारा वस्तु-विवेचन ११८ देन ११३ (५) उपादान और निमित्त(क) कृतियाँ
का विचार ११८
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