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प्रमेय-खण्ड
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आत्माएँ नहीं हैं।
६. (अनेक) देश आदिष्ट हैं सद्भावपर्यायों से और देश आदिष्ट है असद्भावपर्यायों से अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध (अनेक) आत्माएं हैं और आत्मा नहीं है।
७. (अनेक-२) देश आदिष्ट हैं सद्भावपर्यायों से और (अनेक२) देश आदिष्ट हैं असद्भावपर्यायों से। अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध । (अनेक-२) आत्माएं हैं और (अनेक-२) आत्माएँ नहीं हैं ।
(५) ८. देश आदिष्ट है सद्भावपर्यायों से और देश आदिष्ट है तदुभयपर्यायों से अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध आत्मा है और अवक्तव्य है ।
६. देश आदिष्ट है सद्भावपर्यायों से और (अनेक) देश आदिष्ट हैं तदुभयपर्यायों से । अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध आत्मा है और (अमेक) अवक्तव्य हैं।
१०. (अनेक) देश आदिष्ट हैं सद्भावपर्यायों से और देश आदिष्ट है तदुभयपर्यायों से। अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध, (अनेक) आत्माएँ हैं और अवक्तव्य हैं।
११. (अनेक-२) देश आदिष्ट हैं और सद्भावपर्यायों से और (अनेक-२) देश आदिष्ट हैं तदुभयपर्यायों से अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध (अनेक-२) आत्माएं हैं और (अनेक-२) अवक्तव्य हैं।
(६) १२. देश आदिष्ट है असद्भावपर्यायों से और देश आदिष्ट है तदुभयपर्यायों से । अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध आत्मा नहीं है और अवक्तव्य है।
१३. देश आदिष्ट है असद्भावपर्यायों से और (अनेक) देश आदिष्ट हैं असद्भावपर्यायों से अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध प्रात्मा नहीं है और (अनेक) अवक्तव्य हैं।
१४. (अनेक) देश आदिष्ट हैं असद्भावपर्यायों से और देश । आदिष्ट है तदुभयपर्यायों से । अतएव चतुष्प्रदेशिक स्कन्ध (अनेक) आत्माएँ नहीं हैं और अवक्तव्य है।
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