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पहण्णयसुत्तेसु २३०२. पायारो नायव्वो य रायहाणीए चमरचंचाए ।
जोयणसयं दिव४ १५० उब्विद्धो होइ सव्वत्तो ॥ १७७॥ २३०३. पन्नासं ५० पणुवीसं २५ अडत्तेरस १२३ उ जोयणाई तु ।
मूले मज्झे उवरिं विक्खंभो सुवन्नसालस्स ॥ १७८ ॥ ५ २३०४. कविसीसया य नियमा आयामेणऽद्धजोयणं सव्वे ।
कोसं विक्खंभेणं, देसूणं अद्धजोयणं उच्चा ॥ १७९॥ २३०५. एकेकीबाहाए दाराणं पंच पंच य सयाई ५०० ।
तेसिं तू उच्चत्तं अडाइजा सया २५० होति ॥१८०॥ २३०६. बाराणं विक्खंभो पणवीससयं २५०० तहा पवेसो य ।
नगरीए चाउदिसिं पंचेव उ जोयणसयाई ५०० ॥१८१ ॥ २३०७. गंतूणं वणसंडा चउरो, आयामओ य ते भणिया।
साहीयसहस्सं जोयणाण १००० विक्खंभओ पंच ॥१८२ ॥ २३०८. दारपमाणा चउरो वडिंसका तत्थ पल्लयठितीया ।
देवा असोअ १ तह सत्तिवन्न २ चंपे ३ य चूए ४ य ॥१८३॥ १५ २३०९. चंचाए बहुमज्झे विक्खंभाऽऽयामसोलससहस्से १६००० ।
अह उवकारियलेणे बाहल्लेणऽङ्कजोयणिए ॥१८४॥ २३१०. पउमवरवेइयाए वणसंडेणं च संपरिक्खित्ते।
तस्स बहुमज्झदेसे वडेंसगो परमरम्मो उ ॥ १८५॥ २३११. दारप्पमाणसरिसो उ सो उ तत्थेव हवइ पासाओ।
सो होइ परिक्खित्तो चउहिं पासायपंतीहिं ॥१८६ ॥ २३१२. सयमेगं पणुवीसं १२५, बासद्धिं जोयणाइं अद्धं च ६२३ ।
एकत्तीस सकोसे ३११ य ऊसिया, वित्थडा अद्धं ॥ १८७॥ २३१३. पासायस्स उ पुव्वुत्तरेण एत्थ उ सभा सुहम्मा उ।
तत्तो य चेइयघरं उववायसभा य हरओ य॥१८८ ॥ २५ २३१४. अभिसेक्का-ऽलंकारिय-ववसाया ऊसिया उ छत्तीसं ३६ ।
पन्नासइ ५० आयामा, आयामऽद्धं २५ तु वित्थिण्णा ॥ १८९॥
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