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स्थानाङ्गसूत्रटीकायिमुल्लिखितानां विशेषनाम्नां सूचिः
विशेषनाम पृष्ठाकः विशेषनाम पृष्ठाक: विशेषनाम
पृष्ठाङ्कः महानाग ४३६ वर्धमान [सूरि] ९०६ श्रीक
८७२ महापद्म ८०३,८२५ वर्धमानस्वामि १,२९३,३०१, श्रीगुप्त
७०८ महाबल
६८७ ७०६,७८५,८६३, श्रीदाम
८७२ महायश
३११ ८७४,८७७,८९९ श्रीदेवी
८७८,८८० महावीर १,११,५८,१८७, वसु [आचार्य]
७०५ | श्रेणिक ४३७,४४०,८७६,८७७ २२८,२९२,७४०,४४०, वासुदेव
७८८,८८७ षडुलूक
६६७,७०८ ४९९,६१३,६४१,६९२, वासुपूज्य
६३० | संगमक
४८२ ७०४,७४०,७८५,७८९, विजय ८७२ संजय
७४० ८६२,८७२,८७४,८७७, विजयराज
८७४ |संती
३०१,८२६ ८९७-८९९,९०६ विजयवर्धमानक ८७२ | संभूतविजय
८८१ महाशतक
८७५ विन्ध्य ७०९ सगडाल
८८१ महेन्द्रसिंह
८८७ | विष्णु ३०६ सगर
८२५ महेश्वरदत्त ८७२ वीर १,५८ | सत्यकि
७८८ मागध ७४७ | वीरयशाः ७४० सद्दालपुत्र
८७५ मित्र
| वीराङ्गक
७४० | सनत्कुमार ३०६,८१६ मित्रश्री ७०६ वैरस्वामि ३११,६६७ | सर्वानुभूति
८९८ मुनिचन्द्र २१८,४७३ | वैरस्वामिमाता
८१६ | सहसोद्दाह-सहस्रोद्दाह ८७४ मुनिसुव्रत ६६७,८७६ वैरादि शाखा]
७३४ सागरचन्द्र
२१८,४७३ मृगग्राम ८७२ | शङ्ख ६८७,६८९,७४१,७८६ | सागरदत्त
८७२ मृगा ८७२ शतक ७८६,७८८ सिंह
७८७ ४४० शय्यंभव
३११,६६७ सिंहगिरि मृगापुत्र ८७२ शान्ति ६१३ सिंहसेन
८७४ मेतार्य २१८,४७३,८१६ शाखांजनी
८७३ सिंहस्थ यशोदेवगणि
९०६ शालिभद्र
| सिद्धार्थ यशोभद्र ३११ | शिव
७४० | सिद्धार्थराज रामा ५३० शिवभूति ६६७,८१६ सुग्रीव
५३० रेवती ७८७,८७५ शूलपाणि ८६२,८६३ सुज्येष्ठा
७८८ रोहगुप्त
७०८ शैलक ३०७ सुदर्शन
८८१ रोहीतक ८७४ शौरिक
८७२ | सुदर्शना
७०४,८७२ लक्ष्मी गृह] ७०७ शौरिकदत्त
८७२ | सुधर्मस्वामी
११,२९२ लेयिकापित ८७५ श्यामा
८७४ | सुनक्षत्र
८७६,८१८
मृगापति
३११
८१६
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