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(स्व.) पंडितप्रवर दलसुखभाई मालवणियानी साहित्योपासना
- जितेन्द्र शाह महामना पं. श्री दलसुखभाई मालवणियाए आजीवन विद्यानी उपासना करी केटलाये ग्रंथोनु संपादन अने अनेक लेखो लख्या छे. तेमनी विशिष्ट प्रज्ञाने कारणे जैनदर्शननो अनेकान्तवाद खूब ज सुंदर रीते रजू थयो छे.
जैनागम अने तेना उपर रचायेला साहित्यना तेओ प्रथम कक्षाना मर्मज्ञ विद्वान् हता. मात्र जैनदर्शन ज नहीं, पुराणां तमाम भारतीय दर्शनो, पण तलस्पर्शी ज्ञान धरावता हता. भारतीय दर्शनना प्रौढ ग्रंथोनां गहन रहस्योने सरळताथी अने सहजताथी उकेलता जोईए त्यारे एम लागे के तेओ भारतीय दर्शनना महर्षि छे. न्यायवतारवार्तिकनी विस्तृत प्रस्तावना अने तुलनात्मक टिप्पणो तो भारतीय दर्शनशास्त्रना अध्येता माटेनो महामूल्यवान् खजानो छे. स्थानांग-समवायांगसूत्रनो अनुवाद जैनदर्शनना विश्वकोशनी गरज सारे तेवो छे गणधरवादनी प्रस्तावनामां जैनदर्शननी अन्यदर्शनो साथेनी तुलना वांचतां तेमना बहुश्रुतत्वनो सहज परिचय थाय छे. आ उपरांत तेमणे अनेक ग्रंथोनां संपादनो कर्यां छे, ए अने एमना विविध लेखोमां दार्शनिक अने आगमिक विषयोनी ऊंडाणपूर्वक चर्चा थयेली छे. साथे साथे तेमां समकालीन घटनाओ, विशिष्ट प्रसंगो आदिनुं मार्मिक चिंतन पण जोवा मळे छे. भारतभरनी सुप्रसिद्ध शोधपत्रिकाओमां तेमना लेखो प्रकाशित थया छे. गुजराती, हिन्दी, तेमज अंग्रेजी भाषामां पण आ लेखो लखायेला छे. एक लेख तेमणे प्राकृत भाषामां पण लख्यो छे. आ समग्र लेखनोनो प्रकाशनार्थे संग्रह थई रह्यो छे. आ लेखना संग्रह-प्रकाशननुं कार्य करता तेमना जीवन दरम्यान करेल कार्योनी सूचि तैयार थई छे ते अत्रे सामेल करवामां आवी रही छे. ते उपरथी ज तेमनी विशिष्ट प्रज्ञानो ख्याल आवशे.
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क्रम लेख
१
२
क्रम लेख
२
४
६
૭
८
१०
११
१२
१३
१४
१५
76
गणधरवाद
स्थानांग - समवायांग
१७
आदिपुराण
ईश्वर-परमात्मा
कालगणना
गुरु
जपजी
जैन स्थापत्य
भाषा
Jainism Its place अंग्रेजी
in Indian Thought
गुजराती
आचार्य हेमचंद्रएक चिंतक
गुजराती
गुजराती
गुजराती
कलातत्त्वनी दृष्टिए जैनधर्म का भारतीय विचारधारा पर प्रभाव तिबेट अने भारतीय
संस्कृति
धम्मपद
न्याय - संपन्न वैभव
पंचशील
प्रव्रज्या
भगवान महावीर
अने अहिंसा
भगवान महावीरनो
गणधरवाद
fTux, d1v?
स्त्रांत
अनुसंधान - १७•234
अनुवादो
भाषा
गुजराती
गुजराती
आकाशवाणी वार्तालाप
गुजराती
गुजराती
गुजराती
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
गुजराती
प्रकाशक
गुजरात विद्यासभा
गुजरात विद्यासभा
गुजराती
गुजराती
गुजराती
गुजराती
प्रकाशक
आकाशवाणी, मुंबई
चार्य Rec
अप्रकाशित
अमृतधागा अप्रकशित)
अमृतधारा Ro
ब्रोडकास्ट
अमृतपाणा अि
अमृता अ
अप्रकाशित
सुधाि
अप्रकाशित
अमृतधा Rec... शकाम
अमृता
अप्रकाशित
अमृता श्रीवास
अमृता अप्रका
अपकाशित
अरकाशित
श्रीकवणं एकला
49. ।
प्रकाशनवर्ष
१९५२
९१५५
प्रकाशनवर्ष
१९७५
१९८९
१५६६
१९७५
१९८७
454
424
Se
१९७५
20%
2
१८७७
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________________
अनुसंधान-१७. 235 १८ रणमा एक रात गुजराती रंग रंग वादळिया १९७१ १९ रसो वै स: गुजराती अमृतधारा (अप्रकाशित) १९८६ २० वर्धमान महावीर गुजराती अमृतधारा Reco. ब्रोडकास्ट १९८८ २१ विश्वमैत्रीतुं सांवत्सरिक गुजराती --
. पर्व २२ विसर्जन
गुजराती अमृतधारा (अप्रकाशित) १९६५ २३ वेदोमां जीविका, उद्योग गुजराती अप्रकाशित
१९६५ अने ज्ञानविज्ञान २४ समणसुत्र अने संवत्सरी गुजराती स.७.३०थी ७.४०नी वार्ता १९८२ २५ सम्यक
गुजराती अमृतधारा (अप्रकाशित) १९८६ सर्वधर्म समभाव गुजराती अमृतधारा (अप्रकाशित) १९७८ २७ स्याद्वाद गुजराती अप्रकाशित
१९७४
२६
p.468
p. 389
ग्रंथावलोकन क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष Atmanusasana अंग्रेजी JOI Baroda, Vol.12 १९६३ (Review) Critique of Indian अंग्रेजी JOI Baroda, Vol.16 १९६७ Realism (Review) Early Madhymika अंग्रेजी . by Richard H. १९७६ in Indian and China
Robinson. (Review)
Motilal Banarasidass Literary Heritage अंग्रेजी । Sambodhi Vol. 8, १९७६ of the Rulers of
No. 1-4 Amben and Jaipur by Gopal Narayan Bahura, Jaipur (Review) Padımananda- अंग्रेजी . (Review)].O.I.Baroda १९६३ Panevimsati
Vol.12 p. 461 Prasauslapada- अंग्रेजी JOI Baroda, Vol.15 १९६५ bhasya (Review).
p. 108 Stoticly at the time अंग्रेजी JOI Baroda, Vol. 18 १९६९ of Buldhat Review)
p.265
Page #4
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क्रम लेख
८
१०
११
१२
१३
१४
१.५
१६
१७
१८
१९
२०
२१
२२
The Canonical Niksepa Studies in Jaina Dialecties
by Bansidhar Bhatt
(Review)
'आयारो' की
समालोचना
अभिषेक ले.
हिन्दी
हिन्दी
श्री रतिलाल दीपचंद
आ. श्री विजयवल्लभसूरि गुजराती
स्मारक ग्रंथ
आपणा फागु काव्यो हिन्दी ले. रमणलाल ची. शाह
कल्याण - हिन्दु संस्कृति हिन्दी अंक
चेतना का ऊर्ध्वारोहण हिन्दी
मुनि नथमल
चेतना का ऊर्ध्वारोहण- हिन्दी
जैनधर्म के प्रभावक
आचार्य ले. साध्वी
मुनि नथमल
चेतना का ऊर्ध्वारोहण- हिन्दी
मुनि नथमल
जैन दृष्टिए योग -
हिन्दी
मो. ची. कापडीया
जैनदर्शन- ले. मुनिश्री हिन्दी
न्यायविजयजी
हिन्दी
संघमित्रा
ज्ञानोदय
अनुसंधान - १७• 236
प्रकाशक
Pub: Indologia
निगंठ ज्ञातपुत-ले.
ज्ञानचंद जैन
भाषा
अंग्रेजी
निगंठ ज्ञानपुत-ले. ज्ञानचंद जैन
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
Berolinensis, Band-5
E.Y.Brill, Laiden, 1978,
pp 164, Sambodhi Vol. 8
Nos. 1-4
संबोधि ६. ३०४
ज्ञानोदय
समालोचना प्र. जी.
Review. as above
समालोचना, श्रमण--१
प्र. आदर्श, साहित्य संघ
प्रकाशन, चूरु संबोधि (व्यु) अप्रिल
संबोधि (रीव्यु) जनवरी
समालोचना, श्रमण - ५
ज्ञानोदय
प्रका. जैन विश्वभारती,
लाडनूं
( रीव्यू उपर मुजब ) समालोचना, श्रमण १
एप्रिल - १९७९, जनवरी
प्र. हिन्दी समिति, संबोधि ( रीव्यू) वोल्यूम - ८, नं. १, ४
प्रकाशनवर्ष
१९७८
१९५३
१९५६
१९५०
१९७८
१९७९
१९८०
१९५४
१९५३
१९७९
१९५०
१९८०
१९७७
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________________
अनुसंधान-१७. 237
२३ निग्रंथ भगवान गुजराती जयभिक्खु समालोचना, १९५६ महावीर
प्र.जी. न्याय अने वैशेषिक गुजराती डो.नगीन शाहना न्याय- १९७४ दर्शनोनी समीक्षा
वैशेषिक ग्रंथनी समालोचना,
प्र.जी. २५ भारतनो लोकधर्म गुजराती डो. वासुदेवशरण अग्रवाल १९६५
समालोचना, प्र.जी. २६ महावीर वाणी गुजराती समालोचना, प्रबुद्ध जीवन १९५५ २७ महावीरका अन्तस्तल हिन्दी समालोचना, प्र. जी.
(सत्यभक्त) योगशतक
गुजराती समालोचना, प्र.जी. १९५६ सं.इन्दुकला झवेरी, रामविलास काव्यम्- हिन्दी Review.as above
विश्वनाथ भट्ट ३०. विनोबानुं अध्यात्मदर्शन गुजराती विनोबा कृत 'अध्यात्म १९६५
दर्शन'नुं अवलोकन ३१ श्रावक धर्म दर्शन हिन्दी Reveiw, as above
प्रवचनकार श्री पुष्कर मुनि श्री मोरारजीभाई देसाई गजराती अंबालाल जोशी समालोचना १९६०
प्र.जी, समयसुन्दर-डॉ.रमण- हिन्दी Review. as above
लाल ची. शाह ३४ सांप्रदायकिता से उपर हिन्दी श्री जैन शिक्षण संघ, १९७६ उठो ले. पं. उदय जैन
कानोड ३५ साहित्यार्चन, ले. हिन्दी न्यायाचार्य
१९५७ महेन्द्रकुमार
ज्ञानोदय, जनवरी स्वाध्याय-ए मथाळे गुजराती . . संबोधि-४, ३-४ १९७५ ग्रंथोना अवलोकनो स्वाध्याय-ए मथाळे गुजराती संबोधि-४, ६-१-२ १९७७
ग्रंथोना अवलोकनो ३८ स्वाध्याय-ए मधाळे गुजराती संबोधि-४, ६-३-४ १९७८
ग्रंथोना अवलोकनो
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क्रम लेख
३९
क्रम लेख
२
३
४
६
७
८
९
१०
११
१२
१३
१४
१५
१६
भाषा
स्वाध्याय - ए मथाळे गुजराती ग्रंथोना अवलोकनो
अ. भा. भावसार क्ष.
महासभानी कार्यकारिणी
नी फलश्रुति
अधिकारवाद अने
दयादाननुं पाप
अनुयोग अनेकान्तवाद और
मध्यममार्ग-एक विश्लेषण
अनेकान्तवादनुं ध्येय
अपूर्व अवसर
अभिसमय
अभ्यासनुं वर्ष आवे छे अमदावादमां आपणुं
अनुसंधान - १७• 238
प्रकाशक
संबोधि - ४, ५ - १.
अकलंक
हिन्दी
अत्रतत्र पूणेनी वाक्यार्थ गुजराती
संगोष्ठि
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
छात्रालय
अमारिघोष करनार
भाषा
गुजराती
चीननो बादशाह वु
अमूल्य अवसर
अवधिज्ञान
गुजराती
गुजराती
गुजराती
गुजराती
हिन्दी
असंयत जीवका जीना हिन्दी
चाहता है
निबंधो
गुजराती
गुजराती
हिन्दी
आ. श्री तुलसी द्वारा नवो गुजराती प्रयोग: मुमुक्षु अने श्रमणी
संघनी स्थापना
प्रकाशक
भावसार-बंधु
हिन्दी विश्व कोष भाषाविमर्श
प्रबुद्ध जीवन
हिन्दी विश्व कोष जैन प्रकाश
टोरेन्टो
भावसार-बंधु
हिन्दी विश्व कोष
भावसार मित्र
उत्थान
प्रबुद्ध जीवन
भावसार-बंधु
हिन्दी विश्व कोष
श्रमण ४.३,
प्रबुद्ध जीवन
प्रकाशनवर्ष
१९७६
प्रकाशनवर्ष
१९६५
१९६०
१९७९
१९५६
१९६०
१९६४
१९६८
१९६७
१९६०
१९७६
१९३२
१९६८
१९६५
१९६०
१९५३
१९८०
Page #7
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________________
अनुसंधान-१७. 239
प्रकाशक जैन
प्रकाशनवर्ष १९६०
श्रमण ८.६ प्रवुद्ध जीवन
१९५७ १९६०
क्रम लेख
भाषा १७ आगम ग्रंथोना विच्छेद गुजराती
विषेनी विचारणा आगम झूठे हैं क्या? हिन्दी आगम प्रकाशन कार्य.. गुजराती एक स्पष्टीकरण आगमयुगना व्यवहार गुजराती निश्चय
आगमोद्धार गुजराती __ आचारांग सूत्र हिन्दी
महावीर विद्यालय सुवर्ण १९६८ महोत्सव ग्रंथ जैन प्रकाश
१९३२ श्रमण, अक्तू.'५७से अगस्त १९५७ '५८ तक प्रबुद्ध जीवन
१९७२
१९५७
श्रीमद् राजेन्द्रसूरि स्मारक ग्रंथ जैन प्रकाश
१९६२
आचार्य तुलसीनी गुजराती अग्निपरीक्षा आचार्य मल्लवादीका हिन्दी नयचक आचार्यश्री आत्मरामजी- हिन्दी का मार्ग आजना समाजने गुजराती भिक्षानिर्भर साधु संस्थानी जरूर छे के नहि? आजीविक हिन्दी आत्मदीपो भव गुजराती आत्महित बनाम परहित हिन्दी आत्मानो धर्म-ईट अने गुजराती
प्रबुद्ध जीवन
१९५४
हिन्दी विश्व कोष जैन प्रकाश श्रमण २-३. गुजरात समाचार
१९६० १९५६ १९५१ १९७२
इमारत
१९४८
-
१९७४
आधुनिक गुजराती हिन्दी साहित्यका दिग्दर्शन आधुनिक युगकी दृष्टि हिन्दी से जैन आचार के नियम आपणी साधु संस्था गुजराती आपणे पामर? गुजराती आवरणो दूर करी जोतां गुजराती शीखो
३३
१९७०
प्रबुद्ध जीवन जैन प्रकाश प्रबुद्ध जीवन
३५
१९३४ १९४८
Page #8
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________________
अनुसंधान-१७. 240
प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष
ra
१९५४
गुजराती
१९४५
श्रमण ५.११ जैन प्रकाश जैन प्रकाश १८-२-३७, २५-२-३७,४-३-३७
Pr
१९३७
भावसार मित्र प्रबुद्ध जीवन
१९७३ १९५५
क्रम लेख
भाषा ३६ उपशमनका आध्यात्मिक
हिन्दी ३७ उलटी गंगा
ऊगती प्रजामां धार्मिक संस्कारो शी रीते सचवाय? गुजराती एक आवकारदायक परंपरा, सद्गत श्री वीरचंदभाई पंचाळी गुजराती एकांत, पाप अने पुण्य गुजराती एकान्त पाप और पुण्य
(गुज. से अनु.) हिन्दी ४२ औदार्यपूर्ण धर्ममीमांसा
(आनंदशंकर बापुभाई ध्रुव)
गुजराती ४३ करकंडु राजा
करुणाविचार विरुद्ध उपयुक्ततावाद गुजराती । कान्हडदे प्रबंध अने
गुजराती ४६ कुवलयमालाकथा अने
तेना संध्यावर्णनो गुजराती ४७ कोन्फरंस एटले तमे पोते ज
गुजराती ४८ क्या मैं जैन हूं हिन्दी क्षमापर्व
गुजराती ५० क्षमाश्रमण गांधीजी हिन्दी
क्षमाश्रमण गांधीजी गुजराती खोद्यो डुंगर अने (थोडा गुजराती समय पहेला बीकानेर भीनासर खाते अखिल हिन्दी स्थानकवासी जैन कोन्फरन्सनुं अधिवेशन
जैन भारती श्रमण ६.१२ १९५५ आपणो धर्म (त्रीजी आवृत्तिनुं । पुनःमुद्रण) ग्रंथ
१९६४ सविता शतांक
१९५६
गुजराती
सनि
१९६१
जैन प्रकाश गुज. समाचार जैन ३०-४-६०
१९६०
स्वाध्याय अंक१-१
१९६३
जैन प्रकाश
श्रमण ३.१० प्रबुद्ध जीवन नया समाज अखंड आनंद
१९३४ १९५२ १९५२ १९४८
१९४९
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________________
अनुसंधान-१७. 241
५६
१९५०
५७
५८
भरवामां आव्युं हतुं अने तेना अनुसंधानमा योजायेला स्थानकवासी साधुओना संमेलन अंगे करवामां आवेली आलोचना) गुजरात भावसार गुजराती भावसार-बंधु
१९७१ समाजनुं आर्थिक संकट गुजरातके लोककवि हिन्दी जनपद
१९५२ मेघाणी गुजरातमां संस्कृत- गुजराती गुज.मां भारतीय भाषाओनो प्राकृत भाषाओ
विकास, गुज. विद्यापीठमां अध्ययन-अध्यायन
सेमीनार, ३-५-मार्च ७३ चातुर्मास
हिन्दी श्रमण चालो करीए प्रतिक्रमण गुजराती प्रबुद्ध जैन
१९४७ छात्रालय माटे सहकार गुजराती भावसार-बंधु
१९६५ छात्रालयने स्वर्ग गुजराती भावसार-बंधु
१९६९ बनावीए जईणो अ अजईणो अ गुजराती __प्राकृत जैन प्रकाश १९२९ जैन अने जैनेतर जन्म अने मृत्यु गुजराती जैन प्रकाश
१९३५ जीवन अने अध्यात्म गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९५३ जीवो जीवस्य जीवनम् गुजराती
१९५३ जैन आचारना मूळ गुजराती प्रबुद्ध जीवन १६-७-५९ १९५९ सिद्धांतो जैन एकता और महावीर हिन्दी महावीर जयन्ती समारोहके १९७० जयन्ती
अवसर पर प्रकाशित स्मारिका जैन और हिन्दु हिन्दी श्रमण
१९५० जैन गुणस्थान और हिन्दी वासणसेय सं.वि.वि. के १९७१ बोधिचर्या भूमि
बौद्धयोग और अन्य भारतीय साधनाओंका समीक्षात्मक अध्ययन सेमिनारका निबंध
संबोधि १.२ जैन जीवननी कल्पना गुजराती जैन प्रकाश
१९३४
६२ ६३ ६४
६८
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अनुसंधान-१७ • 242
प्रकार
:
क्रम लेख
भाषा प्रकाशक ६९ जैन दार्शनिक साहित्य हिन्दी प्रेमी अभिनंदन ग्रंथ १९४६
का सिंहावलोकन जैन धर्म
गुजराती प्रबुद्ध जीवन १-१२.-५६ १९५७ जैन धर्म गुजराती __ प्रबुद्ध जीवन
१९५७ ७२ जैन धर्म अने बौद्धधर्म गुजराती प्रबुद्ध जीवन १५-५-५८ १९५८ ___ जैन धर्मना उच्च गुजराती प्रबुद्ध जैन
१९४६ शिक्षणनो प्रश्न ७४ जैन धर्मना केन्द्रवर्ती गुजराती जनसत्ता
१९७४ सिद्धांतो-अहिंसा, अपरिग्रह अने अनेकांत जैन धर्ममा विश्वधर्म गुजराती पर्युषण पर्वनी व्याख्यानमाळा १९३७ बने तेवा तत्त्वो छे खरा? जैन महाभारत कथा: गुजराती । महाभारत सेमीनार, गुज. युनि. --- साहित्य जैन महाभारत
१८-५-७५ कथा:आस्वाद जैन युनिवर्सिटी-एक गुजराती जैन प्रकाश
१९४४ स्वप्न जैन संस्कृति का संदेश हिन्दी विश्ववाणी
१९४२ ७९ जैन साहित्य गुजराती
१९५८ ८० जैन साहित्य के इतिहास हिन्दी श्रमण ६.२
की प्रगति जैन-आगम साहित्य पर हिन्दी
जैन प्रकाश
१९६२ एक दृष्टि __ जैनजीवन प्रबुद्ध क्यारे गुजराती प्र.जी.सुवर्णजयंती १९७८ बनशे?
महोत्सव-विशेषांक ८३ जैनधर्म अने शैवधर्म गजराती ८४ जैनधर्म और जातिवाद हिन्दी । श्रमण १-२
१९४९ जैनधर्मना आराध्य देवो गुजराती विद्या Vol.XIV No.3 १९७३ जैनधर्मनो प्राण
गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९७३ __ ज्ञानोपासना गुजराती जैन प्रकाश
१९३४ झांझवाना जळ
गुजराती उत्थान
१९३३ ८९ डभोडा, वडनगर अने गुजराती भावसार-बंधु
१९६५ महेसाणानो प्रवास
जैन युग
१९५४
८५
जैनधान
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________________
अनुसंधान-१७. 243
प्रकाशक विद्या
प्रकाशनवर्ष १९७२
१९३२
९२
क्रम लेख
भाषा ९० तत्वार्थसूत्र ध्यानलक्षण- गुजराती
मांना 'एकाग्र चिंता निरोधो' विशे नोंध तपसी वडे लपसी गुजराती
तीर्थ शब्दनो भावार्थ गुजराती ९३ तीर्थोना संघर्ष मिटाववा-गुजराती
नो उचित मार्ग ९४ थोडाक शिक्षण गुजराती
थोडाक साहित्य गुजराती दक्षिण हिन्दुस्थान और हिन्दी जैनधर्म दक्षिण हिन्दुस्थान और हिन्दी
उत्थान जैन प्रकाशमूर्ति विश्व विज्ञान जैन प्रकाश
१९६२
१९६६
जैन प्रकाश जैन प्रकाश श्रमण
१९३१ १९३१ १९५०
श्रमण
१९५०
जैनधर्म
प्रबुद्ध जीवन १-४-६१ विजयानंद
१९६१ १९६२
जैन प्रकाश श्रमण
१९३४ १९५०
नयासमाज
१९४९
९८ दर्शन अने जीवन गुजराती ९९ दर्शन और जीवन हिन्दी
(गुज. से अनु.) १०० दिवाळी
गुजराती १०१ धर्मका पुनरुद्धार और हिन्दी
संस्कृतिका नवनिर्माण धर्मका पुनरुद्धार और हिन्दी
संस्कृतिका नवनिर्माण १०३ धर्मनी कसोटी गुजराती १०४ धर्मसमन्वयनी भावना गुजराती १०५ धार्मिक पराधीनता गुजराती १०६ नयवादनो प्रारंभिक गुजराती
इतिहास १०७ नये का प्राचीनीकरण हिन्दी १०८. नवा वर्षना अभिनंदन गुजराती १०९ नवानुं प्राचीनीकरण गुजराती ११० नवाविचारको अने दान गुजराती
प्रबुद्ध जैन
१९४३ चिंतन पराग
१९६६ जैन प्रकाश
१९३४ जैन प्रकाश २२-७-३४, १९३४ ५-८-३४,१२-८-३४ जैन जगत
१९५५ भावसार मित्र
१९७९ प्रबुद्ध जीवन
१९५४ महावीर जैन विद्यालय रजत १९४०
स्मारक
१११ नवी दुनियामां
गुजराती
प्रबुद्ध जीवन
१९६८
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________________
परब
अनुसंधान-१७.244 क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष ११२ निग्रंथका चातुर्याम धर्म हिन्दी जर्नल-गंगानाथ झा केन्द्रीय १९७१ 'सर्ववारिवारितो'का
सं. विद्यापीठ अर्थ ११३ निवृत्ति अने प्रवृत्ति गुजराती प्रबुद्ध जैन
१९४३ ११४ निवृत्तिना चकनुं भेदन गुजराती प्रबुद्ध जैन
१९५१ ११५ न्यायसंपत्र विभयः हिन्दी श्रमण २-२
१९५० ११६ पं. सुखलालजीनां गुजराती
१९७८ विशिष्ट संपादनो:
सन्मतितर्कनुं संपादन ११७ पंजाब संघनो फैसलो- गुजराती जैन प्रकाश
एक क्रांतिकारी पगलुं ११८ पंडित सुखलालजीनी गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९५७ विचारधारा ११९ पंडित सुखलालजीनी गुजराती प्रबुद्ध जीवन हिन्दी-तरुण १९५७
विचारधारा १२० पंडितजीना ग्रंथो गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९७८ १२१ पतनने पंथे गुजराती जैन प्रकाश
१९३४ १२२ पार्श्वनाथ विद्याश्रम हिन्दी प्रज्ञा, ५८ श्रमण ११.२
आदि विद्यासंस्थाओ पार्श्वनाथ विद्याश्रमनी गुजराती जैन प्रकाश
१९४४ टेल (समाजमां विद्वानो ऊभा करवा माटेनी एक आदर्श संस्थाने विद्यार्थीओ
पूरा पाडवा) १२४ पेरिसनी संस्कृत गुजराती परब
१९७७ परिषदमां पेरिसनो प्रवास, गुजराती परब
१९७७ इंट अने इमारत १२६ प्रज्ञाचक्षु पं. सुख
हिन्दी राष्ट्रभारती
१९५६ लालजी १२७ प्रतिक्रमण गुजराती झालावाड, दशा श्रीमाळा
स्था.जैन समाचार, अमदावाद १९८८ १२८ प्रत्यागमन
गुजराती जैन प्रकाश
१२५
Page #13
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________________
क्रम लेख
१२९ प्राकृत टेस्ट सोसायटी
१३० प्राणशक्ति कहाँ गइ
१३१ प्रायश्चितना सरळ मार्ग
१३२ बनारसमें एक
सांस्कृतिक अनुष्ठान
१३३ बनारससे जैनो का
संबंध
१३८ बीजमांथी वटवृक्ष १३९ बोर्डिगने स्थिर करवा
शुं करवु ?
१४० बौद्ध धर्मनुं सर्वेक्षण
१४१ बौद्ध योगाचार संमत विज्ञानाद्वैत
१४२ बौद्धधर्म
१४३ भ. महावीर का धर्म
सामायिक निश्चय और
व्यवहार - पुण्य और पाप भ. महावीर का धर्म
सामायिक निश्चय
१४४
१३४ बालदीक्षा
१३५ बालदीक्षा
१३६ बालदीक्षा मत दो
१३७ बिहारनां तीर्थोनी यात्राए गुजराती
गुजराती
गुजराती
१४५
१४६
और व्यवहार- पुण्य और पाप भ.महावीरनुं कार्यएक विचारणा
(महावीरनुं कार्य - श्री
शंकरराव देवना
व्याख्याननी विचारणा )
भ. महावीरनो संघ
अने पावपत्यको
अनुसंधान - १७•245
प्रकाशक जैन युग
तरुण जैन
जैन प्रकाश
श्रमण १-१
भाषा
गुजराती
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
श्रमण २-७
प्रबुद्ध जीवन
तरुण
तरुण
प्रबुद्ध जैन
भावसार बंधु
भावसार-बंधु
ग्रंथ
संगोष्ठि, १-६-७७नुं व्याख्यान
श्रमण
वीर परिनिर्वाण १-१०
श्रमण
प्रबुद्ध जीवन
उत्थान
प्रकाशनवर्ष
१९५७
१९४८
१९३४
१९४९
१९५१
१९५६
१९५६
१९४९
१९५१
१९६४
१९७०
१९७८
१९५०
१९७५
१९७४
१९६०
१९३३
Page #14
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम
१४७
१४८
१४९ भक्ति मार्ग और
जैनदर्शन
१५० भक्तिमार्ग का
सिंहावलोकन
१५१ भगवान बुद्ध अने
महावीर
१५३
१५२ भगवान बुद्ध और
भगवान महावीर
लेख
भ. महावीर अने
१५४
१५५
महात्मा गांधी
भ. महावीर और
मार्कसवाद
१५६
१५८
१६०
१६१
भगवान महावीर
भगवान महावीर
समताधर्म के प्ररूपक भगवान महावीर
समताधर्म के परूपक
१५७ भगवान महावीर अने गुजराती
महात्मा गांधी
भगवान महावीर अने गुजराती महात्मा गांधी
१५९ भगवान महावीर अने गुजराती महात्मा गांधी
(गुज. से अनु.) भगवान महावीर
भगवान महावीर का
जीवन
भगवान महावीर का
मार्ग
अनुसंधान - १७•246
भाषा
प्रकाशक
हिन्दी
तरुण जैन
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
श्रमण (ज्ञानोदय)
जनवाणी
श्रमण २.६
प्रबुद्ध जीवन
श्रमण विजयानंद
जैन, स.सं. पत्रिका नं. ८ नो
गुज. मां अनुवाद, जैन ध. चिं.
जैन सिद्धांत
जैन जगत
भ. महावीर स्मृति ग्रंथ,
लखनौ
श्रमण
जैन सभा, २५-५-८५
प्रबुद्ध जैन
प्रबुद्ध जीवन
झालावाड दशा श्रीमाळी स्थानकवासी जैन समाचार,
अमदावाद
जैन प्रकाश
महामानव महावीर अप्रैल
प्रकाशनवर्ष
१९४७
१९५०
१९५९
१९५२
१९६४
१९६५
१९४७
१९५३
१९७५
१९७४
१९४७
१९७०
१९८५
१९६२
१९६०
Page #15
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम
१६२
१६३
१६४
१६५
१६६
१६८
१६९
भगवान महावीर
के गणधर
१६७ भगवान महावीर
के प्राचीन वर्णक
भगवान महावीरना
प्राचीन वर्णको
भगवान महावीरनी
जीवनकथानो विकास भगवान महावीरनो
अनेकांत अने भगवान बुद्धी मध्यममार्ग
भगवान महावीरनो
अनेकवाद
१७०
लेख
भगवान महावीर
का मार्ग
፡፡
भगवान महावीर
का मार्ग
भगवान महावीर
की अहिंसा
भगवान महावीर
की अहिंसा
६७२ भागांग संस्कृतिना पोकार
१७३ भोग
१७४ भौतिक
दृष्टिना समन्वय १७५ भौतिकता और
आध्यात्मका समन्व
१७६ मलधारी अभयटक हेमचन्द्राचार्य
अनुसंधान - १७•247
भाषा.
प्रकाशक
हिन्दी
श्रमण ६.६.७
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
गुजराती
जैन संदेश
܃
मुनि द्वयं अभिनंदन ग्रंथ
'संप्रसाद' श्री चतुर्भुज
पूजारा अभिनंदन ग्रंथ
जैन
उदयपुर युनि. सेमीनार
Seminar of "Contribution १९७५ of Jainism to Indian Culture" Ed. Dr. R.C.Dwivedi-Motilal
Banarasidass Delhi.
श्रमण ५.५
जैन
गुजराती धर्मलोक
गुजराती
प्रबुद्ध जैन
जगती
जी
'शांति', मुंबई
श्रमण ४.६
श्रमण ४.२
प्रकाशनवर्ष
१९५५
१९७३
१९७३
१९५४
१९७३
१९७७
१९६४
१९६४
१९७८
१९५१
१९७३
१९५०
१९५३
१९५३
Page #16
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रकाशनवर्ष १९६६
१९५५
१९५६ १९५५ १९३४
१९६१ १९४८ १९५१ १९५८ १९६६
अनुसंधान-१७. 248 क्रम लेख
भाषा प्रकाशक १७७ महान सुधारक श्रीमान हिन्दी सम्यग् दर्शन
लोकाशाह की एक
कृति १७८ महावीर का गुजराती प्रबुद्ध जीवन
अन्तस्तल १७९ महावीर भूले हिन्दी श्रमण १८० महावीर वाणी गुजराती प्रबुद्ध जीवन १८१ महावीरना श्रावकोने गुजराती जैन प्रकाश १८२ महावीरनी एक विशेषता गुजराती जैन दीपोत्सवी अंक १८३ मानवता पाछी लावो गुजराती जैन १८४ मुझे शीघ्र भूल जाना हिन्दी तरुण १८५ मैत्री साधना गुजराती जीवन माधुरी १८६ मोडासानो अमारो गुजराती __ भावसार-बंधु
उत्साहवर्धक प्रवास १८७ लोकाशाह और उनकी हिन्दी गुरुदेव श्री रनमूनि विचारधारा
स्मृतिग्रंथ लोकाशाह और उनकी हिन्दी गुरुदेव श्री रत्रमूनि विचारधारा
स्मृतिग्रंथ १८९ लोकाशाह मतको दो हिन्दी मुनिश्री हजारीमल पोथियां
स्मृतिग्रंथ विवादनां कारणो गुजराती जैन प्रकाश १५-१-३३ १९१ विश्व संस्कृति संमेलन गुजराती प्रबुद्ध जीवन १९२ व्यक्तिनिष्ठा का पाप हिन्दी तरुण १९३ व्यक्तिने समाजनी गुजराती प्रबुद्ध जीवन
पारस्परिक प्रभुता १९४ व्यवहार अने निश्चय गुजराती प्रबुद्ध जीवन १९५ व्यवहारिक अनेकांत गुजराती प्रबुद्ध जैन । १९६ शास्त्राज्ञाओनो हेतु गुजराती । अखंड आनंद १९७ शुभ अवसर अने समाज गुजराती भावसार-बंधु १९८ श्रद्धा का क्षेत्र हिन्दी
श्रमण ३.५ १९९ श्रद्धा
गुजराती गुजरात समाचार
१९६४
१९६४
१९६५
१९३३ १९७३ १९५३ १९६२
१९४२ १९४४ १९५२ १९६७ १९५२ १९६५
Page #17
--------------------------------------------------------------------------
________________
प्रकाशनवर्ष
१९६४
१९५६ १९४९
१९५६
१९८२
२०५
भावनगर
१९६०
अनुसंधान-१७ • 249 क्रम लेख
भाषा प्रकाशक २०० श्रमण-संस्कृति के हिन्दी जैन प्रकाश
उन्नायक महाश्रमण
महावीर २०१ श्रमण अने ब्राह्मण गुजराती प्रबुद्ध जीवन १-१२-५६ २०२ श्रमण महावीर का संघ हिन्दी श्रमण २०३ श्रमण-ब्राह्मण हिन्दी जैनयुग २०४ श्री अंतरिक्षजी तीर्थ गुजराती जिन संदेश
विवाद समापन माटे समाधान-सूचन श्री बावनगाम भावसार गुजराती केळवणी मंडळ परिषद (भावनगर परिषदमां पसार करेल ठरावो तथा
बंधारण २०६ श्री लोकाशाह अने गुजराती स्वाध्याय अंक २-२
तेमनो मत २०७ संघ ऐक्य ए एक ज गुजराती जैन प्रकाश
कार्य २०८ संघ भेदना पापना गुजराती जैन प्रकाश
भागी न बनीए २०९ संघभेद के पाप के हिन्दी जैन प्रकाश
भागी न बने २१० संघर्ष वि.समन्वय गुजराती जीवन माधुरी २११ संथारा आत्महत्या हिन्दी श्रमण
नहीं है २१२ संधैक्यनो प्रश्न गुजराती जैन प्रकाश २१३ संन्यास मार्ग-उत्थान, गुजराती जैन
पतन अने परिवर्तन २१४ संप्रसाद
गुजराती संप्रसाद २१५ संमेलननी सफलता गुजराती . उत्थान २१६ संयममार्ग
गुजराती उत्थान
१९६५
१९४९
१९६६
१९६६
१९५७ १९६२
१९६२ १९४७
१९७८
१९३३ १९३२
Page #18
--------------------------------------------------------------------------
________________
अनुसंधान-१७. 250
क्रम लेख
भाषा २१७ सतरहवीं शती के हिन्दी
स्थानकवासी जैन कवि
प्रकाशनवर्ष १९८६
प्रकाशक जीत अभिनंदन ग्रंथ जयध्वज प्रकाशन समिति, मद्रास जनकल्याण सदाचार विशेषांक तरुण जैन, मूल गुज. जैन २३-१-४७ आज
१९४८
१९५२
२१८ सदाचार :सामाजिक गुजराती
अने वैयक्तिक २१९ सन्यासमार्ग-उत्थान, हिन्दी ।
पतन और परिवर्तन २२० सन्यासमार्ग और हिन्दी
महावीर २२१ समयधर्म
गुजराती २२२ समाज का प्रतिक्रमण हिन्दी २२३ समाजनी समस्या अने गुजराती
तेना उकेल माटे विनंती २२४ समाजनुं प्रतिक्रमण गुजराती २२५ सरकार अने धार्मिक गुजराती
शिक्षण २२६ सर्वमान्य प्रतिक्रमण गुजराती
उत्थान जैन प्रकाश भावसार-बंधु
१९३३ १९६० १९६६
जैन प्रकाश जैन प्रकाश
१९७४
१९३४
जैन प्रकाश १९-२-३४, २५-२-३४, ४-३-३४, १-३-३४, १८-३-३४ तरुण जैन तरुण जैन जैन
१९४८ १९४८ १९४९
२२७ सांवत्सरिक प्रतिक्रमण हिन्दी । २२८ सांवत्सरिक प्रतिक्रमण हिन्दी २२९ सांस्कृतिक प्रचारनो गुजराती
अवसर २३० साधु संमेलन गुजराती २३१ साधु-संमेलन हिन्दी २३२ साधुसमान और निवृति हिन्दी २३३ साहित्य-सत्कार हिन्दी
१९५२
जैन प्रकाश श्रमण
१९५२ श्रमण ३.२
१९५२ "ज्ञानोदय विश्व-शांतिअंक"-१९५० श्रमण जैन संदेश, श्रमण ५.४ १९५४
हिन्दी
२३४ सिद्धिविनिश्चय और
अकलंक २३५ सुखी समाज २३६ सुधाराना राह पर
गुजराती गुजराती
जैन प्रकाश जैन प्रकाश
१९३४ १९२९
Page #19
--------------------------------------------------------------------------
________________
अनुसंधान-१७. 251
भाषा
प्रकाशक जैन प्रकाश
प्रकाशनवर्ष १९२९
हिन्दी
गुजराती
जैन प्रकाश
१९४६
क्रम लेख २३७ स्त्रिओंको उनके
अधिकार दो २३८ स्थानकवासी
ज्ञानप्रचार अने
पार्श्वनाथ विद्याश्रम २३९ स्वप्न साकार
बने छे त्यारे २४० हवे ज खरं कार्य
करवा छे २४१ हिन्दु धर्म अने
जैन धर्म
गुजराती
भावसार-बंधु
१९६८
गुजराती
भावसार-बंधु
१९६९
गुजराती
प्रबुद्ध जीवन १-१२-६३
१९६३
पुस्तक-पुस्तिका क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष १ ANote on Jain अंग्रेजी Poona Uni.. 1975 Ede: १९७५
Mythology (Presnented M.P. Marathe. A Kelkoar, in the Seminar of Jain
P.P. Gokhale. Pub:I.P.O. Logic and
Publication Pune philosophy A Study of Jainism अंग्रेजी Hindi-Jain Sandesh १९६७ in indian Uni.
Gujarati-'Jain' Dharmakirti-Cultu
Editor-V. Raghvan १९७९ Tal Leaders of India
Publication Division Sears and Thinkers
Govt. of India Dharamakiti-His अंग्रेजी for Govt. of India १९६८ Life and Works Epithets of Lord अंग्रेजी Proceeding AIOC
Mahavira in Early . Ujjain संबोधि १.४ Jaina Canons Estratto da अंग्रेजी Fundamentals of th
Reprinted from K.P. १९८१ Jain Code of
Jayaswal ConemoConduct
ration Vol.Patna
Page #20
--------------------------------------------------------------------------
________________
BFT-89252
क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष Indologica 3fu Vol. XIV Professor P866 Taurinensia official
Collette Caillat feliciorgan of the
ation Volume Edizioni International Associ
Jollygrafica-Torino (Italy) ation of Sanskrit Studies Jain Calagories in 30 ct "Bom.Uni. Seminar
Bom.Uni. Seminar on 9999 Sutrakrutanga
Prakrit Studies Bombay Jain Parsva in अंग्रेजी -- Jain Canonical Literature Jain Theory and अंग्रेजी Sambodhi'2.2 written 8888 Practice of Non
for Seminar on Nonviolence
violence, Delbi Uni. १२ Jaina Concept
Aspects of Jaina Art १९७७ of Deity 83 Life of Lord SPORT Paper Contributed to १९७१ Mahavira
the Seminar in Prakrit
Studies, Bombay Uni. Lord Mahavira's BTG Jain Yug
१९६० Anudharmika Conduct Nothing is dead just Andhra Uni.
१९७५ in Indian Philosophy(Seminar on "What is living and what is dead in Indian
Philosophy) १६. On Bhadresvara's अंग्रेजी Indologica Taurinensia १९८३ Kahavali
Vol.XI ple Padmanandi-Panca-3145 Jain Yug
१९६२ vimsatiwith a Sans. commentary and Hindi Translation
१४
१५
Page #21
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम
१८
१९
२०
२१
२२
२३
२४
२५
लेख
Padmanandi-Panec-3 vimsatiwith a Sans.
and Hindi Translation
अनुसंधान - १७•253
भाषा
प्रकाशक
Reprinted from Journal 3
of the Oriental Institute Baroda Vol.XII
J.O.I. Baroda, Vol. 19
Seminar on the
study of religion
in Indian Uni.
Praynapana and Satkhandagama Ratnakaravatarika अंग्रेजी
A Commentary on Pramanaya tattavaloka of vadi Devsuri with Panyika by Rajasekhar suri, a tippana by Pt. Jnanacandra and Gujarati translation by Muni Sri Malayavijayaji
अंग्रेजी
अंग्रेजी
Some of the common features in the life Stories
of the Buddha
and Mahavira
Study of Tittogalia अंग्रेजी
अंग्रेजी
The Jain theory of अंग्रेजी Symbol (Presented in the Seminar on "Jain Logic and
Philosophy"
The story of Bharata अंग्रेजी'
and Bahubali-paper
read at the third
International Sanskrit Conference held at
Paris
Edited by Pt. Dalsukh malvania and Published by Lalbhai Dalpatbhai Reprinted form Journal of the Oriental Institute Col. XVIII No. 4.
Bangalor
Proceeedings of AIOC Gauheti
भारतीय पुरातत्त्व : मुनि जिनविजय अभिनंदन ग्रंथ Poona Uni.(1975) Editors:-M.P.Maratha
प्रकाशनवर्ष
१९६९
१९६७
. १९६७
१९६५
१९७१
१९७५
M.A.Kelkar, P.P. Gokhale Pub:I.P.O. Publication
Pune.
Sambodhi Vol.6. No.3-4 289
Page #22
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम लेख
२६
२७
२८
२९
३०
३१
३२
३३
३४
३५
३६
३७
३८
३९
४०
४१
भाषा
The Word Puja and अंग्रेजी
Its Meanings
Though an ethical अंग्रेजी System, Jainism is a
religion
Tirthankara
Mahavira
Sources of Panec- अंग्रेजी
istikaya n Jain Canon
आगमयुगका
अनेकांतवाद
अनुसंधान - १७•254
आगमयुगका जैनदर्शन
अंग्रेजी
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
आत्म मीमांसा
जैन आगम
जैन दर्शन का
आदिकाल
जैन दार्शनिक सैहित्यके विकासकी
रूपरेखा
जैन दार्शनिक साहित्यका सिंहावलोकन
जैन दार्शनिक साहित्यका सिंहावलोकन जैन धर्म चितन
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
निशीथ - एक अध्ययन हिन्दी
प्रज्ञाचक्षु पं. सुखलालजी गुजराती प्रभु श्री महावीरनो
गुजराती
जीवन संदेश
प्रकाशक
Punjabi Uni. Patiala, Seminar on Approaches
to the Study of Religion
J.O.I., Baroda, Vol.24, १९७४
p.11
१३
सन्मति विद्यापीठ, आग्रा
Seminar on Life and
Works of Kundakunda
charya Mysore Uni. जे. सं. सं. मंण्डल पत्रिका- १९४७
जैन सं. सं. मंडल पत्रिका
जै. सं. सं. मंण्डल पत्रिका
प्रकाशनवर्ष
जैन सं.सं. मंण्डल पत्रिका - २
प्र. आ. १९४६, दू.आ. १९५२
१९७१
१९७७
१९६६
१९५३
१९४७
१९७९
जै. सं. सं. मंण्डल पत्रिका - २२ १९४९
प्रेमी अभिनंदन ग्रंथ
जै.सं.सं.मंण्डल पत्रिका २२ १९४६
प्रेमी अभिनंदन ग्रंथ जगमोहन कोरा स्मारक
पुस्तकमाळा, अशोक सन्मति विद्यापीठ, आग्रा. निशीथ चूर्णि भा.की
१९६५
१९५९
प्रस्तावना
१९७७
गुजराती ग्रंथकार श्रेणी - ७ सौराष्ट्र युनिवर्सिटी, राजकोट १९७२
Page #23
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम लेख
४२
४३
२
क्रम लेख
१
३
४
६
२
भगवान महावीर
हिन्दुओनो धर्म
३
४
६
'जैन धर्मनो प्राण'
क्रम लेख
भाषा
गुजराती
नी प्रस्तावना
जैन साहित्य बृहत्
हिन्दी
इतिहास भाग - २
दशवैकालिक चूर्णि - हिन्दी
सं. मुनिश्री पुण्यविजयजी
पं. महेन्द्रकुमार
संपादित षड्दर्शन
समुच्चय
प्रमाणमीमांसा
म. महावीर - एक अनुशीलन
अनुसंधान - १७•255
भाषा
हिन्दी
गुजराती
हिन्दी
प्रस्तावना
गुजराती
गुजराती
Shastri
अनागरिक धर्मपाल
गुजराती.
अभिनंदन (डॉ. टाटिया) हिन्दी
अमर यशोविजयजी
अहिंसाकी विजयतरुण जैन
प्रकाशक
जैन सं. सं. मण्डल, बनारस
हिन्दू युनि.
परिचय ट्रस्ट सं. वाडीलाल
डगली
गुजराती हिन्दी
प्रकाशक
" जैन " वर्ष ६१ "
अंक: ३३-३४ता. २७-८-६२
बनारस
विद्वान व्यक्तिओ विशे नोंध
भाषा
प्रकाशक
J.V.U.R.I.Vol.X
Agamaprabhakara अंग्रेजी Muni Punyavijayaji
Dr. Mahendrakumar अंग्रेजी JOI Baroda, Vol 8.
प्राकृत टेस्ट सोसायटी
भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ही
हिन्दी अनुवाद मूल्यांकन
p. 449 प्र. जी.
श्रमण २-७
यशोविजयजी स्मृतिग्रंथ
मूल प्र. जी. मेंसे
प्रकाशनवर्ष
१९५२
१९६४
प्रकाशनवर्ष
१९६२
१९६६
१९७३
1
१९७४
प्रकाशनवर्ष
१९७२
१९५९
१९६५
१९५२
१९५७
१९४८
Page #24
--------------------------------------------------------------------------
________________
क्रम लेख
७
८
९
१०
११
१२
१३
१४
१५
१६
१७
१८
अहिंसानो विजय (गांधीजी विषे
मृत्युनोंध )
आगम प्रकाशन और हिन्दी
आचार्य तुलसी
आगमप्रभाकर स्व. गुजराती मुनिश्री पुण्यविजयजी
अनुसंधान - १७• 256
प्रकाशक
प्रबुद्ध जीवन
आचार्य मुनि जिन
गुजराती
विजयजी
आचार्यश्री आत्मारामजी - हिन्दी
का मार्ग
हिन्दी
कहानी
कवि नहीं पण संत
शिष्य
भाषा
गुजराती
आचार्यश्री तुलसी के उत्तराधिकारी युवाचार्यका अभिनंदन - तुलसी प्रज्ञा युवाचार्य विशेषांक एक आदर्श महिलास्व. अवन्तिका गोखले
के सेवामय जीवनको
जूना-नवाना सेतु (श्री चीमनभाई च.
शाह)
जैन प्रजासेवक श्री दुर्लभजी केसवजी
ताणीनं सन्मान
ज्ञानतपस्वी मुनिश्री पुण्यविजयजी
गुजराती
जंगम आगम संशोधन हिन्दी
मंदिर
गुजराती
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
श्रमण १०-५
जैन प्रकाश
जैन विश्वभारती, लाडनूं
प्र. जी. १-७-७१, आत्मानंद १९७४
प्रकाश, मु. श्री पुण्यविजयजी
श्रद्धांजलि विशेषांक
ग्रंथ
ज्ञानोदय
कविवर्य श्री नानचंदजी जन्मशताब्दि स्मृतिग्रंथ
श्रमण २-४
श्री चीमनलाल च. शाह सन्मान समारंभ स्मरणिका
जैन प्रकाश
ज्ञानांजलि, अभिवादन
प्रकाशनवर्ष
१९४८
१९५९
१९७६
१९६२
१९७६
१९५२
१९७७
१९५२
१९७२
१९४६
१९६९
Page #25
--------------------------------------------------------------------------
________________
अनुसंधान-१७. 257
१९७३
क्रम लेख भाषा . प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष १९ डो. बालकृष्ण अमरजी हिन्दी आयु. कोलेज पत्रिका, १९४९ पाठक (स्मरणांजलि)
बनारस युनि. २० डो. वासुदेवशरण गुजराती धर्मसंदेश
१९६६ अग्रवाल डो. हरिवल्लभ भायाणी गुजराती गुजराती साहित्य अकादमी १९९० अने तेमनुं साहित्य डो. हिरालालको यथार्थ हिन्दी . सन्मति अक्तू-नव श्रद्धांजलि तेरापंथने नवी दिशा गुजराती जनसत्ता
१९७५ देनार आचार्य तुलसी २४ पू. सहजानंदजी द्वारा हिन्दी सहजानंद वाणी अंक १९८५
दी गई अनुपम दार्शनिक विद्याकी विरासतसहजानंद मानवता पोषक गुजराती श्री जयभिक्खु षष्टपूर्ति १९६८ (जयभिक्खु)
स्मरणिका २६ मुझे शीघ्र भूल जाना हिन्दी ।
१९५२ (बर्नाडशो)-तरुण मुनिश्री नथमलजीने गुजराती गुजरात समाचार १९७९ आचार्यपदनी घोषणा प्रसंगे अभिनंदन युग प्रधान प्रभावक गुजराती दुर्लभ धर्म
१९८१ आचार्यश्री विद्यानिष्ठ डो. शाह गुजराती दृष्टि
१९७२ विद्यानिष्ठ राष्ट्रभक्त गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९७६ आचार्य जिनविजयजी विद्यानिष्ठ श्री करुणा- गुजराती मधुपार्क
१९७३ शंकर मास्तर विद्यानिष्ठ समभावी गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९८३ पंडित बेचरदासजी ३३ विद्यानिष्ठ सौजन्यमूर्ति गुजराती प्र. जी.
१९७३ डो. हिरालाल जैन
Page #26
--------------------------------------------------------------------------
________________
अनुसंधान-१७. 258 क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष ३४ विद्यानिष्ठ सौजन्यमूर्ति गुजराती जैन जगत (परिचय) १९७१
डॉ. हिरालाल जैन ३५ विद्यामूर्ति गुजराती कुमार
१९५१ पं. सुखलालजी ३६ विद्यामूर्ति पं. हिन्दी
१९५२ सुखलालजी-तरुण ३७ विद्यासंगी श्री नाहटाजी हिन्दी अगरचन्द नाहटा अभिनंदन
ग्रंथ, बिकानेर
१९७६ ३८ शो का संदेश-मुझे हिन्दी श्रमण
१९५९ भूल जाओ श्री परमानंदभाई विषे गुजराती प्र. जी.
१९७१ शुं कहेवू? सत्यनिष्ठ डॉ. हिन्दी वैशाली इन्स्टी. रीस. बुलेटीन १९७४ हिरालालजी
नं.२, डो. हिरालाल जैन
मेमोरियल नं. २ ४१ साहित्य तपस्वी गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९६० स्व. प्रेमजी ४२ सेवानिष्ठ सौजन्यमूर्ति हिन्दी साप्ताहिक ग्रामवासी उ.प्र.का १९८७ श्री शान्तिभाई शेठ
सबसे प्राचीन वर्तमान
साप्ताहिक ४३ स्व. मैंरोधनजी शेठिया गुजराती प्र.जी. हिन्दी अनु. जैन प्रकाश १९६१
१५-१०-६१ ४४ स्व. भैरोधनजी शेठिया हिन्दी प्रबुद्ध जीवन हिन्दी अनु.जैन १९६१
प्रकाश ४५ स्व. मोहनलाल झवेरी हिन्दी श्रमण २-१
१९५० ४६ स्व.श्री बालाभाई गुजराती प्र.जी.
१९७० वीरचंद देसाई(जयभिक्ख)
व्याख्यानो क्रम लेख
भाषा प्रकाशक Development of अंग्रेजी Philogie freie Uni. at, Jaina Philosophy
Berlin (Seminar for Indische)
प्रकाशनवर्ष १९६९
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क्रम लेख
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१५
भाषा
Life of Lord Maha- अंग्रेजी
vira- Seminar on Prakrit
Studies
Prohibition and
Indian Culture
अनेकांतवाद
आराधना
कर्म सिद्धांत
गुजराती साहित्य
परिषद
अनुसंधान - १७ • 259
प्रकाशक
Bombay Uni. 27-30
Oct.
अंग्रेजी
गुजराती
गुजराती
गुजराती
गुजराती
जैन
-आचार
हिन्दी
जैन - साहित्य
हिन्दी
जैन अध्ययनकी प्रगति हिन्दी
जैन अध्ययनकी प्रगति हिन्दी
जैन आचारके मूल
हिन्दी
सिद्धांत
जैन दर्शन अने
गुजराती
जीवनसाधना
जैनधर्म
हिन्दी
जैन धर्म अने प्राकृत गुजराती
भाषाना अध्ययननी
स्थिति
संबोधि २.२
पर्युषण व्याख्यानमाळा मुंबई, १९६२ प्रगट प्र. जी. ( वलसाडमां चुनीलाल वोरा आराधना होलनुं उद्घाटन
व्याख्यान) प्रगट: प्र.जी
AIOC, दिल्ही में प्राकृत और जैन विभागके
प्रकाशनवर्ष
१९७१
बंबई में पर्युसण के अवसर पर दिये गये व्याख्यान का
संक्षेप
जैन
१९७१
(पर्युषण व्याख्यानमाळा ९ - ९-६९) प्रगट: प्र. जी. १९७६ ना पोरबंदरना अधिवेशनना संशोधन विभागना प्रमुखनुं
व्याख्यान १९७६
१९६३
१९७४
१९७०
अध्यक्षपद से व्याख्यान
जे.सं.सं. मण्डल पत्रिका - ३३ १९५८
श्रमण मार्च, '५८
पजुसन व्याख्यान माला
मे दिया गया व्याख्यान
प्रबुद्ध जीवन
१९७८
१९७८
१९५७
१९५०
१९३
१९५६
१९६७
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EEEEE
२२
अनुसंधान-१७. 260 क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष १६ जैन साहित्य समारोह गुजराती तत्त्वज्ञान विभागना प्रमुख, --
व्याख्यान, प्र. महावीर जैन विद्यालय हीरक महोत्सव प्रसंगे
२१-२३ जान्यु. १९७७ जैन साहित्यगत गुजराती प्रबुद्ध जीवन
१९७९ प्रारंभिक निष्ठा १८ जैनदर्शन का प्रारंभ हिन्दी
१९७८ १९ जैनदर्शन का विकास हिन्दी
१९७८ २० जैनधर्म और बौद्धधर्म हिन्दी पजुसन व्याख्यानमालासे १९५७ २१ जैनधर्म और बौद्धधर्म हिन्दी
१९७८ जैनधर्म और संस्कृत हिन्दी बेंगलोरमें 'भारतके भाषा के अध्ययन की
विश्वविद्यालयों में धर्मों का स्थिति
अभ्यास' नाम से आयोजित ज्ञानसत्र में अंग्रेजी में वक्तव्य दिया था, उसका गुजराती अनुवाद जैन पत्रमें प्रकाशित हुआ. उसीसे हिन्दी
अनुवाद २३ जैनधर्म का उद्भव हिन्दी २४ जैनधर्मनुं प्राचीन गुजराती पाटणनी आर्टस अने सायन्स -- स्वरूप
कोलेजमा युनि. व्याख्यान
३-२-७८ २५ जैनधर्ममा विश्वधर्म बने गुजराती पर्युषण पर्वनी व्याख्यानमाळा १९३७
एवा तत्त्वो छे खरा? जैनागम साहित्य हिन्दी
१९७८ जैनागम साहित्य - हिन्दी डॉ. ए.एन. उपाध्ये स्मारक -- जैनदर्शन का उद्भव
व्याख्यानमाळा, शिवाजी युनि., और विकास
कोल्हापुर, ७ अने ८-१०-७७ २८ जैनोनी इतिहास दृष्टि गुजराती गुज. युनि. इतिहास विभागमां --
ता. १३-२-७५नुं व्याख्यान २९ डॉ. ए.एन. उपाध्ये गुजराती चित्रना अनावरण प्रसंगे राजाराम--
कोलेज, कोल्हापुर ता.८-११-७७ मौखिक
१९७८
२६
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अनुसंधान-१७ • 261 ..
क्रम लेख ३०. धर्म की दो प्राचीन
व्याख्याएं
भाषा हिन्दी
प्रकाशनवर्ष १९६०
प्रकाशक अहमदाबाद की प्रार्थना समाजमें गुजरातीमें दिए गए भाषणका अनुवाद प्रार्थना समाजमा
गुजराती
१९६०
३१ . धर्मनी बे जूनी
व्याख्या ३२ नयचक्र ३३ प्रबुद्ध जीवन
गुजराती गुजराती
हिन्दी
३४ प्राचीन आगमों में
जैनदर्शन की भूमिका
आत्मानंद प्रकाश १९६७ रजत जयन्ती समारंभ प्रसंगे- १९६४ प्र.जी. डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ १९७७ उपाध्ये की स्मृतिमें शिवाजी युनि.में ता.७-१०-७७ को दिया गया प्रथम व्याख्यान संगोष्ठिमा ता. ४-५-७७ संगोष्ठिमें उदेपुर उद्घाटन व्याख्यान २-१०-७६
३५ ३६
बौद्धसमंत विज्ञानाद्वैत गुजराती भ.महावीरका उपदेश हिन्दी और आधुनिक समाजआज के संदर्भ में भ. महावीर के विचारों की संगति प.महावीरनो जीवन गुजराती संदेश भगवान बुद्ध और हिन्दी महावीर भगवान बुद्ध और हिन्दी महावीर भारतीय संस्कृति गुजराती
प्रबुद्ध जीवन
१९७२
१९६४
बंबइ पजुसन व्याख्यानमालासे प्र.जी.से अनूदित
१९६४
४०
गुजराती
भारतीय संस्कृतिमा गुजरातनुं स्थान भारतीय संस्कृतिमा जैन-बौद्ध धर्मर्नु प्रदान शून्यवाद
युनि.व्याख्यान, लोकभारती -- सौराष्ट्र युनि., १९७५ (लायन्स कलबमां व्याख्यान १९६३ ५-६-६३) प्रगटः प्र.जी.. (गुजरात विद्यापीठमा व्याख्यान१९७२ "विद्यापीठ'जुलाई-ओगस्ट संगोष्ठि व्याख्यान, संबोधि १९७७
गुजराती
४३
गुजराती
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अनुसंधान-१७. 262 क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष ४४ शून्यवाद अने स्याद्वाद गुजराती (दर्शन परिषद- उद्घाटन
व्याख्यान, अमदावाद. (२७-१२-७३), आचार्य प्रवर
आनंद ऋषि अभिनंदन ग्रंथ १९७५ ३५ शून्यवाद और स्याद्वाद हिन्दी अखिल भारतीय दर्शन परिषद का
उद्घाटन भाषण-अहमदाबाद १९७३ ४६ संस्कृत अध्ययन गुजराती संस्कृत दिननी उजवणी निमित्ते
भाषाभवन गुज.युनि.मां व्याख्यान
ता.५-९-७४ ४७ सह अस्तित्व और हिन्दी प्राच्य विद्या परिषदमें श्री १९५७ पंचशील सिद्धान्त
मालवणिया का भाषणभारतका समन्वय
हिन्दुस्तान भावना का चरम विकास हिन्दु-जैन बौद्ध गुजराती बोटादकर कोलेज, युनि. १९६३ धर्मनुं तत्त्वज्ञान .
व्याख्यान, बोटाद २५-१-७८ ४९ हिन्दूधर्म और हिन्दी पजुसन व्याख्यानमाला से १९६३
जैनधर्म हिन्दूधर्म और हिन्दी प्रबुद्ध जीवन
१९६४
--
जैनधर्म
संपादन क्रम लेख भाषा प्रकाशक
प्रकाशनवर्ष __Dictionary of अंग्रेजी Vol. 1-2
१९७२ Prakrit Proper Names Sanmati Tarka अंग्रेजी Jain Svetambar
१९३९ (Eng. Edition)
Education Board, Bombay धर्मोत्तर प्रदीप गुजराती के. पी. जायस्वाल रिसर्च १९५५
इन्स्टीट्यूट, पटना ४ धर्मोत्तर प्रदीप
गुजराती
के, पी. जायस्वाल रिसर्च इन्स्टीट्यूट, पटना १९७१
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क्रम
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भाषा
न्यायावतारवार्तिक वृत्ति हिन्दी
प्रमाणवार्तिक
भगवान महावीर
रत्नाकरावतारिका १-२ हिन्दी विशेषवश्यकभाष्य १-२ हिन्दी श्री लोकाशाहनी एक गुजराती
कृति
जैन साहित्यका
बृहद् इतिहास
जैनधर्मनो प्राण
अनुसंधान - १७•263
ज्ञानबिन्दु
तत्त्वार्थ सूत्र
तत्त्वार्थ सूत्र
तस्वार्थसूत्र
तर्कभाषा
लेख
भाषा
आचार्य श्री आनंदऋषि हिन्दी
अभिनंदन ग्रंथ
गुजराती
गुरुदेव श्री रत्नमुनि स्मृतिग्रंथ
हिन्दी
गुजराती
गुजराती
गुजराती
गुजराती
नंदी - अनुयोगद्वार सूत्र पत्रिका- संपादन
गुजराती गुजराती
गुजराती
गुजराती
दर्शन अने चिंतन ९.२ गुजराती
दर्शन और चिंतन
हिन्दी
हिन्दी
गुजराती
सह-संपादन
प्रकाशक
सिंघी जैन ग्रंथमाला, नं. - २० १९४९
बम्बई
बनारस युनिवर्सिटी
१९५९
आचार्य श्री तुलसी, अमदावाद १९७५
ला. द. सिरिज
१९६८
ला. द. सिरिज
१९६९
(लुंकाना सद्दहिया अट्ठावन १९६४ बोल 'स्वाध्याय' २)
प्रकाशक
भा. १-२
पं. सुखलालजी
पं. सुखलालजी सा
हिन्दी
हिन्दी
हिन्दी
पं. सुखलालजी साधे
Journal of Indian Philosophy, Member Board of consulting editors
प्रकाशनवर्ष
प्रकाशनवर्ष
१९७५
१९६४
१९७३
१९६२
१९४०
१९३९
१९५०
१९५२
१९३९
१९५७
१९६८
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________________ अनुसंधान-१७.264 20 क्रम लेख भाषा प्रकाशक प्रकाशनवर्ष 14 पाइयसहभहण्णवो हिन्दी -- 1964 (द्वितीय आवृत्ति) डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल के साथ पूज्य गुरुदेव कविवर्य गुजराती जन्म-शताब्दि स्मृति ग्रंथ 1977 पं. नानचंदजी महाराज (2033) प्रज्ञापना सूत्र गुजराती . . भाग-१ 1969 प्रज्ञापना सूत्र गुजराती भाग-२ 1971 18 प्रमाणमीमांसा गुजराती पं. सुखलालजी साथे 1974 आत्मानंद प्रकाश मुनि श्री पुण्यविजयजी गुजराती आत्मानंद प्रकाश 1974 श्रद्धांजलि विशेषांक मुनि श्री हजारीमल हिन्दी -- 1965 स्मृतिग्रंथ 21 श्रमण ISTURI "Journal of Indian Philosophy, Member Board of consulting editors 22 श्री महावीर जैन गुजराती 1968 विद्यालय सुवर्ण महोत्सव ग्रंथ 23 श्री राजेन्द्रसूरि स्मारक 1958 24 संबोधि गुजराती Journal of Indian Philosophy, Member Board of consulting editors संस्कृत-प्राकृत जैन हिन्दी महामनस्वी आ. कालू गणि 1977 व्याकरण और कोशकी स्मृतिग्रंथ, छापर, परंपरा हिन्दी