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गणधरवाद
स्थानांग - समवायांग
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आदिपुराण
ईश्वर-परमात्मा
कालगणना
गुरु
जपजी
जैन स्थापत्य
भाषा
Jainism Its place अंग्रेजी
in Indian Thought
गुजराती
आचार्य हेमचंद्रएक चिंतक
गुजराती
गुजराती
गुजराती
कलातत्त्वनी दृष्टिए जैनधर्म का भारतीय विचारधारा पर प्रभाव तिबेट अने भारतीय
संस्कृति
धम्मपद
न्याय - संपन्न वैभव
पंचशील
प्रव्रज्या
भगवान महावीर
अने अहिंसा
भगवान महावीरनो
गणधरवाद
fTux, d1v?
स्त्रांत
अनुसंधान - १७•234
अनुवादो
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भाषा
गुजराती
गुजराती
आकाशवाणी वार्तालाप
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प्रकाशक
गुजरात विद्यासभा
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आकाशवाणी, मुंबई
चार्य Rec
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ब्रोडकास्ट
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अमृता अ
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अमृता
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अमृता श्रीवास
अमृता अप्रका
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श्रीकवणं एकला
49. ।
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प्रकाशनवर्ष
१९५२
९१५५
प्रकाशनवर्ष
१९७५
१९८९
१५६६
१९७५
१९८७
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Se
१९७५
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१८७७
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