Book Title: Jain Vangmay me Bramhacharya
Author(s): Vinodkumar Muni
Publisher: Vinodkumar Muni

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Page 220
________________ ग्रंथ नाम लेखक/सम्पादक 33.| जैन सिद्धान्त बोल संग्रह (भाग-8) | भैरोदान सेठिया प्रकाशक अमरचंद भैरोदान सेठिया, बीकानेर संस्करण | 1940 डॉ. सागरमल जैन 1982 34. जैन बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन जैन विद्या और विज्ञान राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनूं 'न विश्व भारती, लाडनूं प्रथम 2005 36. झीणी चरचा प्रथम 1985 203 डॉ. महावीर राज गेलड़ा श्रीमद् जयाचार्यज प्रवाचक : आचार्य तुलसी प्र. सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ .प्र. आचार्य तुलसी प्र.सं. मुनि नथमल ले. उमास्वाति वि.प. सुखलाल संघवी 37.ठाणव जैन विश्व भारती, लाडनूं प्रथम 1976 38.| तत्त्वार्थ सूत्र (विवेचन सहित) द्वितीय 1952 जैन संस्कृति संशोधक मंडल, बनारस-5 अ.भा.सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर अनु. छगनलाल शास्त्री त्रिणीछेद सुत्राणि (दशाश्रुतस्कन्ध, बृहत्कल्प, व्यवहार सूत्र) प्रथम, जनवरी 2006 40. दसवेआलियंव जैन विश्व भारती, लाडनूं द्वितीय 1974 I.प्र. आचार्य तुलसी प्र.सं. मुनि नथमल

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