Book Title: Yogik Mudrae Mansik Shanti Ka Safal Prayog
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 224
________________ मेरुदण्ड के मणकों से संबंधित शरीर के प्रभावित अंग तथा उनमें विकार होने से संभावित प्रमुख रोग है नाम (अ) सर्वाइकल-1 सर्वाईकल-2 ब (क्षेत्र) क (बिमारियों) सिर, पिच्यूटरी ग्रन्थि, खोपड़ी, चेहरे की हड्डियाँ, | सिरदर्द, मानसिक दौर्बल्य, अनिद्रा, सर्दी, उच्च मस्तिष्क, कान का भीतरी एवं मध्य भाग तथा | रक्तचाप, माइग्रेन, मानसिक रोग, मूर्छा, बच्चों का संवेदन नाड़ी संस्थान को रक्त भेजना यहीं से होता है| पक्षाघात, हमेशा थकावट, चक्कर आना आदि। आँखें, चक्षुगोलक (Optic Nerue)श्रवण, ज्ञाननाड़ी, साइनस, हड्डियाँ, (Mastoid bones) जीभ एवं माथा। | गाल, बाहरी कान, चेहरे की झुर्रियाँ, दाँत, त्रिमुखी | स्नायुशूल, नाड़ी प्रदाह, मुंहासे, एक्जिमा (चर्मरोग) नाड़ी (Tri-facial Nerve) नाक, होठ, मुँह, कण्ठनली नाक बहना, नजला, लाल बुखार, कम सुनाई देना, गले की गिल्टी बढ़ना। स्वरनली, कंठ ग्रन्थियाँ, तालुमूल (Phyarygx) | तालुमूल प्रदाह, आवाज बिगड़ना, गले में खराश, कण्ठ प्रदोह। गर्दन की पेशियाँ, कंधे टान्सिल। गर्दन की अकड़न, ऊपरी बाजू में दर्द, तालू मूल प्रदाह, कुकर खांसी, क्रुप। | 166... यौगिक मुद्राएँ : मानसिक शान्ति का एक सफल प्रयोग सर्वाईकल-3 सर्वाइकल-4 सर्वाईकल-5 सर्वाईकल-6

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