Book Title: Yatindrasuri Abhinandan Granth
Author(s): Kalyanvijay Gani
Publisher: Saudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh

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Page 500
________________ विषय खंड श्री यतीन्द्रसूरि अभिनंदन ग्रंथ आप श्री संघ ने जो मुझे अभिनंदन ग्रन्थ भेंट किया है उसे मैं सहर्ष स्वीकार करता हूँ । पूज्य गुरुदेव श्री अत्यन्त वृद्ध हैं उनसे अधिक देर नही बोला जाता इस कारण उनका एक मुद्रित संदेश उन्हीं के एक शिष्य मुनि श्री जयंत वियजी महाराज ने पढ़कर सुनाया । जो शाश्वत-धर्म मासिक पत्रिका में अक्षरसः मुद्रित किय गया था ! बाद में राजेन्द्र पाठशाला की बालिकाओं ने “गुवर अमर रहो" गीत के द्वारा गुणानुवाद किया। ३७९ "" संपूर्ण समारोह की अध्यक्षता रतलाम निवासी डॉ. प्रेमसिंहजी राठोड़ जैन भूषण" ने की । Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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