Book Title: Vyutpatti Vigyan Aur Aacharya Yask
Author(s): Ramashish Pandey
Publisher: Prabodh Sanskrit Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 502
________________ संकेत सूची अवे. अथर्व सं . अथर्व संहिता का.सं. काण्वसंहिता अ. प्रा. . अथर्व प्रातिशाख्य काठ. सं. . काठक संहिता अ. पु. - अग्नि पुराण का .मी. काव्य मीमांसा अम. को. - अमरकोष का. अलं - काव्यालंकार अ.को.रा. - अमरकोष रामाश्रमी कि.का. . किष्किन्धा काण्ड टीका को.ब्रा. - कौषीतकि ब्राह्मण अष्टा . . - अष्टाध्यायी कौ. अर्थ. . कौटिल्यस्यार्थ-शास्त्रम् अभि. - 'अभिज्ञान शाकुन्तलम् क्षीर.टी.द्र. . क्षीरस्वामी टीकाद्रष्टव्य अभि.चि. __. अभिधान चिन्तामणि गो. ना. - गोपथ ब्राह्मण अ.रा. - अध्यात्म रामायण गौ.ध.सू. - गौतम धर्म सूत्र अ.सं. अनेकार्थ संग्रह छा. उ. . छान्दोग्योपनिषद् अवेस्ता छा.उ.शां.भा.. छांदोग्योपनिषद अर.का. - अरण्य काण्ड शांकर भाष्य अश्व. पर्व . अश्वमेघ पर्व त.वा. - तन्त्रवार्तिक आप.श्री.सू. • आपस्तम्ब श्रौत सूत्र त.सं. - तर्कसंग्रह आप.शु.सू. - आपस्तम्ब शुल्ब सूत्र तुल. भा. - तुलनात्मक भाषाशास्त्र आप.ध.सू. - आपस्तम्ब धर्म सूत्र ते. उ. - तैत्तिरीय उपनिषद् उत्त. रा . उत्तररामचरितम तै. बा. .. तैत्तिरीय ब्राह्मण उणा. - उणादि सूत्र तै. आ. - तैत्तिरीय आरण्यक उणा.को. - उणादि कोष तै.सं. - तैत्तिरीय संहिता ऐ.बा. - ऐतरेय ब्राह्मण दश. दशरूपकम् ऐ.आ. - ऐतरेय आरण्यक द्र. द्रष्टव्य क्र प्रा. - ऋक् प्रातिशाख्य दै.बा. . दैवत ब्राह्मण ऋ.को. . ऋग्वेद कोष ध्व.वि. • ध्वनि विज्ञान ऋ.भा.भू. . ऋग्वेदमाष्य-भूमिका ध्वन्या. ध्वन्यालोक क्र.सं. (क्र.)- ऋग्वेदसंहिता - न्यायमुक्तावली ऋ.भा. - ऋग्वेद भाष्य न्या.शा. न्यायशास्त्र ऋ.त. - ऋक्तन्त्र ना.पु. नारद पुराण का .ग्र. . कालिदास ग्रन्थावली नि. निरुक्त - काशिका नि.दु.वृ. निरुक्त दुर्ग वृत्ति कारि. - कारिकावली नि.मी. निरुक्त मीमांसा का.गृ.सू. - कात्यायन गृह्यसूत्र नि.स. - निरुक्तसमुच्चय का.प्रौ.स. . कात्यायन श्रौत सत्र नि.श्लो. . निरुक्त श्लोकवार्तिक काव्य ___ . काव्यादर्श नि.नि. . निघण्टु तथा निरुक्त का.व्या. - काशकृत्स्न व्याकरण निरु. . निरुक्तालोचन न्या.मु. का. ३१५:वत्पत्ति विज्ञान और आचार्य यास्क

Loading...

Page Navigation
1 ... 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538