Book Title: Vyavahar Sutram Part 02
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
श्री व्यवहारसूत्रम्
......५३८
गाथा विषयः
पेज १००७-१०१३ ............... ..द्विकविहारे प्रयोजनानि यतना च ........... .... ५३५-५३८ ................... सूत्र २-३............ पारिहारिकसामाचारी .............. सूत्र ४ ............... प्रायश्चित्तविधिः.............
............... ५३९ १०१७-१०१८..................... पारिहारिकसामाचारी .................. ...............५४०-५४१ ................... सूत्र ५................प्रायश्चित्तविधिः ........................... ........... ५४१ १०२१-१०२९
..........
............. प्रायश्चित्तकारणानि दृष्टान्तश्च........... ...........५४२-५४६ १०३०-१०३१.......................आलोचकसामाचारी .....
५४६ १०३२-१०३३ .................... .अनुपारिहारिककर्तव्यम् ...
...............५४६-५४७ .................. सूत्र ६ ............. ग्लानपारिहारिकसामाचारी. ..............
५४७-५४८ १०३९...........
............ पारिहारिकस्य पुनरागमनकारणानि ............. १०४०-१०४७ ..................... अशिवगृहीतपारिहारिकसामाचारी...
... ५५०-५५३ १०४८-१०५३ ......................यथालघुकादिव्यवहारः........................... ५५३-५५५ .................. सूत्र ७ ............ ग्लानालोचकं प्रति व्यवहार............... ................ सूत्र ८................ग्लानपाराञ्चिकं प्रति व्यवहारः.............
५५६
भाग-२
५४९
विषया
नुक्रम
५५५
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 582