Book Title: Vargchulika
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 20
________________ केतमाहण निकरुप थ्यात्वमा जिधर्मजनहीतयानि देव गुरुनानीद्यानाकरण नधास्मश्रमणमा जीवनारम यकि नधनायलनीक बसायात नियमापरिणाधाविकरुनि क्षणियहाकवाएं समएमादाएं जेहनारिट्यास्यजेको जिनधानोम नतिभिप्रायणाक घणनर नारि सहसवतेल्ने आगे रतेनेविष किकारिण लिएपन्नगनमन्तयसिविणा बनस्तारिसहस्साएंसरख पानाने विकल्यै अभागा पूरूपणकरसे कहतायका मिनप] नियापानियकप्पियो कम आघवेमाणापन्नवेमा परुशाणा लिए। किमान जाजताएका हेलणकर काRATE मिद्यस्क गहाकर देहरातातिर्थ यामा पहिमासंगणियाही विंसंता॥निदेनागरिदनधेिश्यतिवाणिसाज कसाधनाप्रमु उहायताधकावि निरिहे अमित कामताननियरिवाजकTaar साझाmaanasaujामिनाराकानलयायरिवायियारिया nastfarande for गृहस्वासपातीने तिवारपनीसोनवताइपरिवाजकनोमनारकरहीने चाराएकवर्ष साशामिना कियाघोडसादासायशिधायाधाममएकराचारवावासस MAHAasPRONUNSaama H IKARIKE Jon Education intentional For Personal Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 18 19 20 21 22 23 24 25 26