Book Title: Vajjalaggam
Author(s): Jayvallabh
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 702
________________ ERRATTA FOR जाणंति य कुवयं अवयं अपदं याणंति जंपात पुहवी पुहबी PAGE LINE READ याणति 64 105 102) कुपदं 117 जाणंति जंपति 26 3 279 रणं साहसेन 34 2 विवरे थिराइ कुसुभेहि 67 last line विशेषणद्वारा पक्काइय separately from 82 6 पीणन्नयाण परिओसं 102 नियहई 110 गाढालिंगिए 122 21 परिभ्रमन 129 foot note 1 चुबेविणु 147 दिढगिबद्धाई 151 पत्ते 163 घुम्माविओ 190 जोव्वणुल्लूरणेण 190 सरिव 1953 संणय 242 खंभी 257 471*2 336 473 422 637 NON PUNãowaveur ताहसेन विवरं विराई कुंमुमेहि विशेषणद्वार उत्तंगधणणिरंतर पीणुन्नयाणं पसिओसं नि यट्टई गाढालिगिए परिभ्रम चुबेविणु दिढनिवद्धाई ____4 पत्त धुम्माविभो जोवणुल्लरणेण सरि व्य संनय खभो 472*2 573 27 28 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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