Book Title: Vaishakh Mahatmya
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 08 // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 23 // ... अक्षसूत्रकरासातुजपंतीप्रार्थितातया // ददौवश्यकरमंत्रक्षोभकंप्रत्ययान्वित // 35 // ततःसाप्रणताभूत्वापद्भ्यांदत्वांऽगुलीयकं // वज्रमाणिक्यसंयुक्तमतिरक्तप्रभान्वितं // 36 // मदुकांचनसंयुक्तंभानुरश्मिसमद्युति॥ ततोदृष्ट्रात संतुष्टापादस्थंचांगुलीयकं // 37 // हृष्टयाचतयाज्ञातंतत्पतेरवमानजं // तदोक्ताहितयाभूपतापस्याहितयुक्तया // 38 // चूर्णोरक्षान्वितोह्येषसर्वभूतव-2 शंकरः // चूर्णभर्तरिसंयुज्यरक्षांग्रीवाश्रयांकुरु // 39 // भविष्यतिपतिर्व-5 श्योनान्यांयास्यतिसुंदरि // नाप्रियंवदतिक्वापिदुश्वारिण्यास्तवापिच // 40 // चूर्णरक्षांगृहीत्वासाप्राप्ताभर्तृगृहंपुनः // प्रदोषेपयसायुक्तश्चूर्णोभर्तरियोजितः // 41 // ग्रीवायांहिकृतारक्षानविचारःकृतस्तया // तदासपीतचूर्णस्तुभर्तानನಳನಳನಳನಳಜನಜನಜನಜನಜನಜನಣೆ For Private and Personal Use Only

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