Book Title: Trishasti Shalaka Purusa Caritra Part 3
Author(s): Hemchandracharya, Helen M Johnson
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra
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मानस्य सप्र.
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5. 3. 120 5. 3. 125
143 5. 3. 148 5. 3. 159 5.3. 162 5. 3. 164 5.3. 169 5. 3. 169
या स्वा 'मा देवी दृ °शका प्रौ
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तथा यादिनो कालप्राप्तं
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4. 313
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5. 4. 333 विकृत्य सु 5. 4. 358 °मनुजेन समान्वितोपि।
तथापितामनवभूवसरा जयस्त्रिंशद्यायुरव्ययपदोपपचे सुखानि॥
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वैधत्यतु °मथ तस्य सहोदरोऽपि। काले वियत्यषिमतेऽनशमं प्रपद्य शडाशयोऽव्ययपदोपपदं तदेव ॥
देव्या कमिव
5. 36
व्यं निधाय
व्यभिधायं
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