Book Title: Terapanth Pavas Pravas
Author(s): Navratnamalmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 539
________________ भूल-सुधार ५११ له سه रतनगड़ لام पृ० सं० चातुर्मास स्थल पंक्ति संख्या अशुद्ध मोखणुंदा १४ (८६६) रतनगढ़ १६ (७७०) ३११ शीर्षक रतनगढ़ सं० १९६१ रतनगढ़ (३४३) मोखणुंदा रतननगर (६३५) ३१८ रतलाम ७ (१०२०) ३१८ राणावास (३६२) शुद्ध (१०८८) (५१६) रतनगढ़ सं० १९८१ (६०१) लाडनूं (८७६) (१०६०) (३४२) س س س س س ___, सोहनांजी ३१६ ३२० ३२१ राजगढ़ 12424299 " ३२४ राजनगर (१०६४) (४२२) खींचन (१०२६) (१०२६) (९५३) ठाणा ३ (८६७) (१०२६) (१११८) लाडन ठाणा ७ __, मोहनांजी (१११३) (४६६) पचपदरा (१०५९) (१०५६) (६०२) ठाणा २ (१०००) (१०५६)सरदारशहर (१३१८) लाडनूं ठाणा १४ २० १४ राजलदेसर ३२४ ३२८ ३२६ ३२६ ३२६ ३२९ ३३४ ३३४ ३३५ ३३८ ३३८ ३४० ३४० ३४१ ३४४ ३४५ ३४९ ३५३ ३६० ३६२ राजविराज रामसिंहजी का गुड़ा ५ रामामंडी ५ रायपुर रायसिंहनगर रेलमगरा dar or (६७८) मोहनकुमारीजी (९२४) (१२३१) ठाणा ४ (१०२६) (८१४) सरदारशहर (१२३१) गोरखांजी (३५६) (७६६) (१०४४) (१०६४) मानकंवरजो (११७७) (१२५२) ठाणा ५ (१०५६) (८७१) सुजानगढ़ (१२५२) गोरांजी (३५८) (८७१) (१०८८) " लाडनूं लाडनूं लावा सरदारगढ़ १३ लुधियाना १२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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