Book Title: Tattvarthshlokavartikalankar Part 5
Author(s): Vidyanandacharya, Vardhaman Parshwanath Shastri
Publisher: Vardhaman Parshwanath Shastri
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आचार्य कुंथुसागर ग्रंथमालाके प्रकाशन २६ निजात्मशुद्धिभावना (कानडी) २७ मोक्षमार्ग प्रदीप ( गुजराती ) २८ मोक्षमार्गप्रदीप (कानडी) -२९ स्वरूपदर्शनसूर्य [षड्भाषात्मक] ३० मुनिधर्मप्रदीप ३१ सुवर्णसूत्रम् -३२ कुंथुसागर-गुणगायन ३३ भावत्रयफलप्रदर्शी ३४ मनोनिग्रह-मंत्र ३५ लघुशांतिसुधासिंधु ३६ लघुशांतिसुधासिंधु (कानडी) ३७ सुधर्मोपदेशामृतसार (गुजराती) ३८ निजात्मशुद्धिभावना 'सं अंटी.' ३९ सत्यार्थदर्शन ४० सार्वधर्मसार ४१ श्लोवातिकालंकार प्रथमखंड ४२ श्लोकवातिकालंकार द्वितीयखंड ४३ श्लोकवातिकालंकार तृतीयखंड ४४ श्लोकवातिकालंकार चतुर्थखंड ४५ लघुज्ञानामृतसार (हिंदी) ४६ श्लोकवातिकालंकार पंचमखंड नोट-जो सज्जन १०१ प्रदान कर ग्रंथमालाके स्थायी सदस्य बनते हैं। उनको ग्रंथमालासे प्रकाशित उपलब्ध सर्व ग्रंथ विनामूल्य दिये जाते है।
वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री. ऑ. मंत्री, आ. कुंथुसागर ग्रंथमाला
सोलापूर.
- चिन्हित ग्रंथ अप्राप्य है।