Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): Umaswati, Umaswami, Vijay K Jain
Publisher: Vikalp
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Index (Hindi)
शल्य 100 शिक्षाव्रत 101, 108, 109, 110 शुक्लध्यान 137, 138, 141, 142,
143 शौच 85, 128
श्रावक 100, 101, 102, 144 श्रुतज्ञान 5, 9, 11, 19, 23, 115,
143
सर्वार्थसिद्धि 57, 62 सल्लेखना 102, 111 सागर 38, 61, 62, 65, 121, 122 सामायिक 101, 108 सिद्धत्व 148 सूक्ष्मक्रियाप्रतिपाति 141, 142 सूक्ष्मसाम्पराय 130, 133 सैनी 20, 24 स्कन्ध 74, 75 स्थापना 3 स्थावर 20, 21, 119 स्पर्शन 4, 21, 23, 24, 81, 97 स्वाध्याय 134, 136
हरि 40, 44 हिंसा 81, 93, 97, 99, 140 हैमवत 40, 44, 47 हैरण्यवत 40, 44
संख्या 4, 81, 150 संज्वलन 117 संयम 17, 18, 85, 88, 128, 145 संयमासंयम 17, 88 संवर 3, 126, 128, 129 संवेग 90, 98 संसार 81, 90, 98, 128 संहनन 119, 137 सत् 4, 13, 75 सत्य 95, 104, 128 समभिरूढ 14 समिति 94, 126, 127 समुद्र 39, 44 सम्मूर्छन 27, 29, 32, 34 सम्यक्चारित्र 2 सम्यक्त्व 16, 17, 81, 89, 117,
148 सम्यग्दर्शन 2, 3, 4, 89, 100, 102 सम्यग्दृष्टि 60, 101, 144 सम्यग्ज्ञान 2, 19 सरागसंयम 85, 88 सरोवर 41, 42, 43
क्षमा 85, 128 क्षायिक 15, 16 क्षायोपशमिक 17 क्षेत्र 4, 11, 40, 45, 46, 48, 70, ___105, 106, 150
त्रस
20, 21, 119
ज्ञान 4, 5, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13,
16, 17, 19,58,84, 150 ज्ञानावरण 84, 114, 115, 121,
123, 146
157

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