Book Title: Tattvarth Varttikam Part 02
Author(s): Akalankadev, Mahendrakumar Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 454
________________ काशा तस्वार्थवार्तिके ब्रह्मसू.शा. भा०-ब्रह्मसूत्रशाङ्करभाष्यम् [निर्णय- । शा. शाकटायनव्याकरणम् [लाजरस प्रेस, सागर प्रेस, बम्बई] शाक. शाकटा. भग. मारा०-भगवती आराधना [कल्याण प्रेस, शिक्षासमु०-शिक्षासमुच्चयः [बिन्लोथिका बुद्धिका, सोलापुर] रशिया] भग. गी०-भगवद्गीता [आनन्दाश्रम, पूना] षट्वं-षट्खण्डाममः [जैनसाहित्योद्धारक फण्ड, भग. सू.- भगवतीसूत्रम् [गुजरात पुरातत्वमन्दिर, भेलसा] अहमदाबाद सन्ताना०सि०-सन्तानान्तरसिद्धिः [राहुल सांकृमध्यान्त. सू. टी.-मध्यान्तविभागसूत्रटीका त्यायनसत्का [शान्तिनिकेतन] सम्मति.-सन्मतितर्कटीका [गुजरात पुरातत्त्वमंदिर, मनु-मनुस्मृतिः [निर्णयसागर, बम्बई] अहमदाबाद सर्वार्थसि.1. महाभा.-महाभाष्यम् [चौखम्बा सीरिज, काशी] | | स.सि.। माध्यमक-माध्यमिकवृत्तिः[विब्लोथिका बुद्धिका, सांख्यका०-सांख्यकारिका[चौखम्बा सीरिज, काशी] रशिया] सिद्धिदा.-सिद्धसेनद्वात्रिंशिका [भावनगर] माध्यमका०-माध्यमकावतारः मी..-मीमांसादर्शनम् [आनन्दाश्रम, पूना] सिद्धिवि०-सिद्धिविनिश्चयटीका [सम्पादकसत्का] हफा अभि. स्फुटार्था अभिधर्मकोशव्याख्या। मी० श्लो. शब्दनि-मीमांसाश्लोकवार्तिकम् स्फुटाअभिध. [बिन्लोथिका बुद्धिका रशिया] चौखम्बा सीरिज, काशी] हेतुबि. टी.-हेतुबिन्दुटीका [बड़ौदा सीरिज] मूलाचा.-मूलाचारः [माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, मा-आराके जैन सिद्धान्तभवन की लिखित प्रति । का.-कारिका मैत्रा०-मैत्राण्युपनिषद् [निर्णयसागर, बम्बई] गा०-गाथा युल्पनु०-युक्त्यनुशासनम् [माणिकचन्द्र-ग्रन्थमाला, [ज.-जयपुरके भंडारकी प्रति बम्बई) | सा.-तापत्रीय प्रति ऐलकपन्नालाल सरस्वतीभवन व्यावर। योगभा०-योगसूत्र व्यासभाष्यम् चिौस्त्रम्बा सीरिज, "मा०-यागसूत्र व्यासमाष्यम् [चास्त्रम्बा खारिज, द.-दिल्ली के पंचायती जैनमन्दिरकी प्रति । ___काशी] . ब.-बनारस स्याद्वादविद्यालयकी प्रति ।। योगसू०-योगसूत्रम् [चौखम्बा सीरिज, काशी] | भा० १-भाण्डारकर इन्स्टीट्यूट पूनाकी प्रथम प्रति रखक-रत्नकरण्डश्रावकाचारः [माणिकचन्द्र-ग्रन्थ- के पाठांतर डॉ. जगदीशचन्द्रजैन द्वारा संगृहीत। माला, बम्बई | भा० २-भाण्डारकर इन्स्टीट्यूट पूनाकी द्वितीय प्रति वाक्यप०-वास्यपदीयम् चौखम्बा सीरिज, काशी के पाठांतर डॉ. जगदीशचन्द्रजैन द्वारा संगृहीत । वैशे-वैशेषिकसूत्रम् [चौखम्बा सीरिज, काशी] मु.-मुद्रित प्रति-जैनसिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था, वैशे. उप.-वैशेषिकसूत्रोपस्कार [चौखम्बा सीरिज, | कलकत्ता। ___काशी] मू०-मूडबिद्री भंडारकी ताडपत्रीय प्रति । व्याख्याप्रज्ञ. अभ.-व्याख्याप्रशप्ति अभयदेवीया सम्पा.-सम्पादककृत टिप्पणी। म.-श्रवणबेलगोला मठकी ताडपत्रीय प्रति । टीका [शारदामुद्रण, अहमदाबाद] • टि-श्रवणबेलगोला मठकी ताडपत्रीय प्रतिक श..-शब्दार्णवचन्द्रिका [जैन सिद्धान्तप्रकाशिनी । टिप्पण। संस्था, कलकत्ता श्लोक-श्लोक ।

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