Book Title: Tao Upnishad Part 03
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 431
________________ और लाओत्से को स्थापित करना सनत के अतिरिक्त पित करना बहुत मुशि इसलिए लोक बोलना मैंने दुना कि शाह जि आपके मन में पड़ जाए, शायद अंकुरित हो जाए। क्योंकि भारत समझ सकता है। अकर्म की धारणा को भारत समझ सकता है। निसर्ग की, स्वभाव की धारणा को भारत समझ सकता है। क्योंकि हमारी भी पूरी चेष्टा यही नही हैं हजारों वर्षों में।

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