Book Title: Suvarnabhumi me Kalakacharya
Author(s): Umakant P Shah
Publisher: Jain Sanskruti Sanshodhan Mandal Banaras

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Page 54
________________ जैनधर्म की पुस्तकें " 1. Studies in Jain Philosophy - Dr. Nathmal Tatia Rs. 16/2. A Critique of Organ of Knowledge - 'Dr. Mookerji & Dr. Tatia Rs. 15/3. Lord Mahavira - Dr. Bool Chand Rs. 4/8/4. Hastinapura - Prof. Amar Chond, M.A. Rs. 2/4/5. World Problems & Jaina Ethics - Dr. Beni Prasad As. -/6/6. Jainism - J.P. Jain M.A. Rs. 1/8/7. Mahavira - Prof. Amar Chand M.A. As. -/6/8. Pacifism & Jainism - Pt. Sukhlalji As. -119. Studies in Jain Art - Dr. U. P. Shoh Rs. 10/10. Jainism in Indian History - Dr. Bool Chand As. -/6/11. गुजरात का जैनधर्म - श्री जिनविजय जी बारह आना 12. जैनग्रन्थ और ग्रन्थकार - श्री फतहचन्द वेलानी डेढ़ रुपया 13. भारत के प्राचीन जैनतीर्थ - डा. जगदीशचन्द्र जैन दो रुपया 14. जैन दार्शनिक साहित्य के विकास की रूपरेखा - श्री दलसुख मालवणिया चार आना 15. भगवान महावीर - श्री दलसुख मालवणिया दो आना 16. जैनागम दस आना 17. जैन दार्शनिक साहित्य का सिंहावलोकन - श्री दलसुख मालवणिया दस आना 18. आत्ममीमांसा - दो रुपया 19. तत्त्वार्थसूत्र - श्री पं० सुखलाल जी साढ़े पांच रुपया 20. चार तीर्थकर - , दो रुपया 21. धर्म और समाज- " डेढ़ रुपया 22. अन्तनिरीक्षण - छ आना 23. जैन साहित्य की प्रगति - , आठ आना 24. जैन धर्म का प्राण- " छ आना 25. अनेकान्तवाद - बारह आना 26. गांधीजी और धर्म- , दस आना 27. वस्तुपाल का विद्यामण्डल - डा० भोगीलाल सांडेसरा आठ आना 28. राजर्षि कुमारपाल - श्री जिनविजय जी आठ आना -29. हिन्द, जैन और हरिजन मन्दिर प्रवेश - श्री पृथ्वीराज जैन एम०ए० सात आना 30. जीवन में स्याद्वाद - श्री चन्द्रशंकर शुक्ल बारह आना 31. हेमचन्द्राचार्य का शिष्यमण्डल - डा. भोगीलाल सांडेसरा पांच आना 32. मगध - श्री बैजनाथ सिंह 'विनोद' एक रुपया 33. वीर धर्म की कहानियाँ दो रुपया मिलने का पता- जैन संस्कृति संशोधन मण्डल, बनारस-५, Jain Education International For Payale & Personal S eary.org

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