Book Title: Setubandha
Author(s): Krishnakant Handiqui
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
________________
312
ERRATA
सालो परियत् मुञ्चन्तीति niravekkham visajjia
साली परियत मुच्च .... ...vikkham v sajjia
,
86
" 89
-kkhudia विश्लिष्यत्तट turiam chio
,, kkhd.... , विरिल... 2, ...chị.
Canto VII
5 read
for
रौद्रय afte प्ललगैः
इयत
शघ्रय after पवगैः इयत् ऊर्वनुन्न valantojjharāvali जलसंगताः आशीविषाणां हठादपवृत्त सहितानि जानकी एन स्यन्दारुणं दये
39 (footnote),,
नुन्न: valanta ojjha.... संगता; ...विषाणा
....वृत » सहिताति " ...एवं , स्पन्दारुण , दूये
Canto VIII
for सान्तात्
मृद्वी पर्व
श्रान्तात् मृदवो पूर्व pasammai सुखीभवेत् दढ-सारुद्ध R, Deva
, pasam....
भवेत दृढ-... K. Deva
36 (first line),
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812