Book Title: Samaysar
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur

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Page 639
________________ ६२० समयसार गाथा गाथा ३४६ पृष्ठ ७७ २३० ३४८ केहिंचि दु पज्जएहिं को णाम भणिज्ज को णाम भणिज्ज कोहादिसु वटुंतस्स कोहुवजुत्तो कोहो २०७ ३०० १४८ २३७ २८८ १२५ ३६२ गधरसफासरूवा गंधो णाणं ण हवइ गुणसण्णिदा दु एदे ६० ३९४ ११२ ३६४ २२६ ४६७ ४६७ ४६८ ४६८ ३३१ ३५२ २६८ ३८५ चउविह अणेयभेयं चारित्तपडिणिबद्ध चेया उ पयडीअट्ठ ० m arrm 9w or १७९ २७८ २९१ २९२ १९६ छिंददि भिंददि य तहा छिंददि भिंददि य तहा छिज्जदु वा भिज्जदु वा २३८ २४३ २०९ mmmmmmroroo १८३ १०८ १९५ २९४ पृष्ठ ४५८ जह णाम को वि पुरिसो ३१३ जह णाम को वि पुरिसो ४१० जह णाम को वि पुरिसो १२९ जह णाम को वि पुरिसो १९३ जह परदव्वं सेडदि जह परदव्वं सेडदि ११४ जह परदव्वं सेडदि ५२९ जह परदव्वं सेडदि १८५ जह पुण सो चिय जह पुण सो चेव णरो २५७ जह पुरिसेणाहारो २४४ जह फलिहमणी सुद्धो ४२९ जह बंधे चिंतंतो जह बंधे छित्तूण य ३४८ जह मजं पिवमाणो ३५२ जहराया ववहारा ३१४ जह विसमुवभुजंतो जह सिप्पि उ कम्मफलं ३९७ जह सिप्पिओ दु कम्म २०३ जह सिप्पिओ दु करणाणि १३१ जह सिप्पिओ दु करणेहिं ३२७ जह सिप्पिओ दु चिट्ठ १६१ जह सेडिया दु १९५ जह सेडिया दु १७९ जह सेडिया दु ४९४ जह सेडिया दु ६५ जह्मा कम्मं कुव्वइ १५२ जमा घाएइ परं १७५ जरा जाणइ णिच्चं ६१ जह्मा दु अत्तभावं ४३१ जह्मा दु जहण्णादो २७६ जा एस पयडीअटुं चेया ४४२ जावं अपडिक्कमणं ४६२ जाव ण वेदि विसंतरं १८८ जिदमोहस्स दु जइया २३ जीवणिबद्धा एदे ५२ जीव परिणामहे, ४६२ ४६१ ४६२ ४६२ ३५१ ३५० ३५४ ३५६ ३५७ ३५८ ४६७ ४६७ ४६७ १०२ ३८५ जइ ण वि कुणदि २८९ जइ जीवेण सह च्चिय १३७ जइया इमेण जीवेण जइया स एव संखो २२२ जं कुणदि भावमादा जं कुणदि भावमादा १२६ जं भावं सुहमसुहं जं सुहमसहुमुदिण्णं जदि जीवो ण सरीरं २६ जदि पोग्गलकम्ममिणं ८५ जदि सो परदव्वाणि य जदि सो पुग्गलदव्वी जदा विमुञ्चए चेदा जह कणयमग्गितवियं जह कोवि णरो जपइ ३२५ जह चेटू कुव्वतो जह जीवस्स अणण्णुवओगो ११३ जह णावि सक्कमणज्जो ८ जह णाम को वि पुरिसो १७ ४६७ ३३८ ४०३ mmmmmm var mowm9v ४४९ ४४९ ५३० १५४ २५७ १८४ ४३१ ३५५ ३८९ १२९ १३६ १४८

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