Book Title: Samanya Pandulipi Vigyan
Author(s): Mahavirprasad Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 12
________________ अध्याय 6 155-178 काल-निर्णय : 1. काल-निर्णय, 2. काल-संकेत के प्रकार, 3. काल-निर्णय की समस्याएँ, 4. भारत में प्रचलित सन्-संवत्, 5. कालगणना में आनेवाली अड़चनें, 6. काल-संकेत रहित ग्रंथ के काल-निर्णय की पद्धति, 7. कवि-नाम निर्धारण की समस्या। अध्याय 7 179-191 शब्द और अर्थ : एक समस्या : 1. शब्द समस्या, 2. पाण्डुलिपि में प्राप्त शब्दभेद, 3. अर्थ-समस्या। अध्याय 8 192-204 पाण्डुलिपि-संरक्षण : 1. आवश्यकता एवं महत्त्व, 2. आधुनिक युग के वैज्ञानिक प्रयत्न, 3. पाण्डुलिपियों के शत्रु, 4. पाण्डुलिपि की उचित देखभाल। - (xi ) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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