Book Title: Punya ka Fal Author(s): Dharmchand Shastri Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 32
________________ Vikrant Patnt JHALRAPATAN जैन चित्रकथा दोनों मुनि बाहर आए ---- ओह! इन्होने इस जन्म में भी आपस में लड़ कर प्राण दे दिए सुअरने मुनि रक्षा का वृत लिया हुआ था उसे पुण्यफल स्वग मिला। और शेर ने हत्या करने की इच्छा की इसलिए उसे नरक मिलाPage Navigation
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