Book Title: Prashnottar Ratna Chintamani
Author(s): Anupchand
Publisher: Jain Prasarak Gyanmandal

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Page 287
________________ (२७५) प्रतिष्ठामा नारचंद्र ग्रंथ मुजव नीचे. जघन्य. मध्यम. में शरा । 4.HI 6444 ब मंयुश राके । बुगुमें उत्तम. का गुचं ORd./ 16464 FOR H 4164 cles रा मंकरश आ लग्नकुंडलीमा उत्तम ग्रह श्रावे ते ग्रहशुद्धि. होरा ते लग्न लीधुं होय तेमां बे भाग करवा. तेमां-३-५७-९-११ एटला, लग्न होय तो पहेली होरा रविनी अने बीजी होरा चंद्रनी अने २-४-६-८-१०-१२ एमांनुं लग्न होय तो पहे. ली होरा चंद्रनी अने बीजी होरा सूर्यनी प्रतिष्ठा दीक्षादिक चंद्रमानी होरामा कर.

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