Book Title: Prakrit evam Sanskrit Jain Granth Bhumikao ke Aalekh
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 8
________________ विषय सूची : भाग - 5 प्राकृत एवं संस्कृत साहित्य के जैन ग्रंथों की भूमिकाओं से सम्बन्धित आलेख 1. & - m I * 3 आचारांगसूत्र की भूमिका जीवसमास की भूमिका वसुदेवहिण्डी की भूमिका पउमचरियं की भूमिका पंचाशक प्रकरण की भूमिका श्रावकधर्म की विधिप्रकरण की भूमिका प्रवचनसारोद्धार की भूमिका तत्त्वार्थसूत्र की भूमिका अध्यात्मवाद की भूमिका आचार दिनकर की भूमिका r ; m 3 9 0 10.

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