Book Title: Patrika Index of Mahabharata
Author(s): Parshuram Lakshman Vaidya
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute
View full book text
________________ अगस्त्यस्याश्रमश्चैव] महाभारतस्थ [अगुरूणां गुरुर्भवेत् अगस्त्यस्याश्रमश्चैव 3.86. 15. अगस्त्यस्याश्रमं प्रति 12. App. 29E. 322 post. अगस्त्यस्याश्रमं ययुः 3. 101. 114. अगस्यस्याश्रमः ख्यातः 3. 97.264. अगस्त्यं गोत्रतश्चापि 13.67. 6deg. अगस्त्यं त्रिदशेश्वरः 14.95. 35. अगस्त्यं पुरुषश्रेष्ठं 12. App. 29 E. 310 pr. अगस्त्यं पूजयन्ति वै 12. App. 29E. 312 post, अगस्त्यं भरतर्षभ 12. App. 29E. 315 post. अगस्त्य मुनिसत्तमम् 12. App. 29E. 331 post. अगस्त्यं विपुलव्रतम् 13. 140. 4". अगस्त्यं हन्नुमैच्छत 3. 493*. 1 post. अगस्त्यः कुपितोऽभवत् 13. 140.7. अगस्त्यः परमप्रीतः 13. 102.20. 14.95. 360 अगस्त्यः प्रत्यदृश्यत 5. 17. 1. अगस्त्यः प्रयतो नित्यं 12. App. 29E. 405 pr. अगस्त्यः शरणागतान् 12. App. 29E. 261 post. अगस्त्यः सत्रमासीनः 1. 109.1f". अगस्त्यः सपुरंदरान् 3. 508*. 1 post. अगस्त्यः सप्त ऋषयः 12. 236. 16. अगस्त्यात्क्षत्रियं वरम् 13. 110. 14. अगस्त्याद्भारताचार्यः 10. 12. 136. अगस्त्याद्वरमासाद्य 3. 102. 15. अगस्त्यापत्यमुत्तमम् 3.94. 11. अगस्त्याय गतः स्वर्ग 13..App. 14B. 23 pr. अगस्त्याश्रममासाद्य 3.94.16. अगस्त्येन तदा राजन् 13. 110. 13. अगस्त्येन पुरा राजन् 13. 117. 173; 596*. I pr. अगस्त्येन महात्मना 3. 158. 499; 875*.5post. 12. ___App. 29E. 20 post. अगस्त्येन महाराज 3. 108. 19". अगस्त्येन विना को हि 3. 101. 10. भगस्त्येन विनाशितः 3. 97. 264. अगस्त्येनाभ्यनुज्ञाता 3.97. 16. अगस्त्येनासुरो जग्धः 12. 139. 674. अगस्त्येनेह वातापिः 3.94.2. अगस्त्योऽथ मतङ्गश्च 2.8.26". अगस्त्यो नाम धर्मात्मा 12. App. 29E. 220 Pr. अगस्त्यो नीयते राजन् 12. App. 29 . 397 pr. अगस्त्योऽपि महातेजाः 13. 103.280. अगस्त्यो भगवान्यत्र 3.93. 11". अगस्त्यो भरतर्षभ 12. App. 295. 394 post. अगस्त्यो मुनिसत्तमः 3. 490*. 3 post. अगस्त्यो यजमानोऽसौ 14.95. 136. अगस्त्योऽसौ महातेजाः 12.553*. + pr. अगह्वरेण धर्मेण 14. 93.62%. अगाच्छो समुद्रश्च 12.330.510 अगाधजन्मामरणं च राजन् 12. 296. 380. अगाधतोयाः परिखाः 3.268. 36. अगाधपारं विस्तीर्णम् 1. 19. 14. अगाधबुद्विर्गाशेयः 7.883*. 1 pr. अगाधबुद्धिविदुरश्च माधवं 14.51.54. अगाधबुद्धिर्विदुरो दीर्घदर्शी 5. 30. 206. अगाधबुद्धिं धर्मज्ञं 5. 81. 48deg. अगाधबुद्धिः सर्वज्ञः 18.5.8. अगाधमृषिसेवितम् 7. 538*. 3 post. अगाधरक्तोदवहां 4. 1010*. 4 pr. अगाधं तमसंज्ञकम् 13. App. 11. 360 post. अगाधं प्रस्थितं दृष्ट्वा 7.69.75%. अगाधं मोहसंज्ञितम् 14. 42.51". अगाधाश्चाप्रतिष्टाश्च 12.275.76. अगाधे गाधमिच्छताम् 7. 3. 36; 91.24. अगाधे मजतस्तस्य 6. 106. 43. अगाधे मजतां तेषां 8.59.379; 849*. 1 pr. अगाधे मजतोऽप्लवे 8. 884*. 1 post. अगाधे मजमानानां 6.77. 43. अगाधे.म्भसि मनस्य 13.51. 20". अगाधे विपुले प्लवे 3.55. 11. 10.5.124. अगाधे विपुले शुद्धे 13. App. 20. 328 pr. अगाधे विप्लवा इव 9. App. 1.6post. अगाधे विमले शुद्धे, 13. 111.30. अगाधे सलिले मन्नां 6, 15,520. अगाधे सुमहाघोरे 9.35. 250. अगाधे ह्यप्लवा यथा 8. App. 43. 11 post. अगाधो ब्रह्मतेजसा 1. 1841*.2 post. अगायदिदमच्युतः 9. 53. 331. अगारदाहिनां ये च 7. 16. 314. अगारदाही गरदः 5.35. 390. 13.90.71. अगारनगराणां हि 3.33. 24. अगारमद्वारमिव प्रविश्य 14. 22. 280. अगारं जातुषं स्मरन् 1. App. 103. 179 post. अगाराणां च भेत्तारः 13.24.636. अगाराणीव शून्यानि 14.22 164. अगुणं गुणभोक्तारं 14. 19. 11. अगुरुः सारिणां श्रेष्टः 13. 101. 40", अगुरूणां गुरुर्भवेत् 4. 329*. 8 post. - 14 -

Page Navigation
1 ... 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 ... 808