Book Title: Patan Jain Dhatu Pratima Lekh Sangraha
Author(s): Lakshmanbhai H Bhojak
Publisher: B L Institute of Indology
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परिशिष्ट-7
[79
1396
शिवचंद्र शिवदास शिवराज
श्रीराज
शिवा
शिवा शींगारदे शीधर शीबाई शीवा शुभचंद्र
848 258, 278, 442, 1039, 1665 285, 377, 379, 397, 462, 558, 832, 897, 984, 1001, 1004 947 1042 1149 1222 950 1160 110 809
148
शेमति श्याणी श्राठसुरीइ श्री श्रीकुयरी
1192
श्रीरति 1254
628, 984, 1121, 4132,
1307 श्रीवंत
241, 775, 847, 1044;
1025, 1046, 1141 श्रीवच्छ
241, 993 श्रीवती
1336 श्रीवत्स 687, 688 श्रीसा 1721 श्रेणी 123 श्रेयद
1706 श्रेयांस 126 षता ( पख) 1702
320 पाणी ,
834 षादकी ,
1223 षामट 162 पारिमी , 1318 षीमणि 923 पोपट
348 447 93, 594, 619, 622, 743, 825, 1654
366 पोषा. , _38, 78, 100, 148, 373,
781, 934, 1053, 1292 पोषू "
944 संगरीया 605 संगा
983. संगारदे 410, 411, 793, 916 संग्राम 124. 221, 595, 842 संग्रामसिंह 391 संग्रामसी 441, 457, 599, 753 संघा
1632
164
1273
श्रीचंद
श्रीचंद्र श्रीदेव श्रीधर श्रीपति श्रीपाल
605, 995, 1029, 1095, 1645 1075 1135 775, 920, 957 993 515, 539, 798, 851, 989, 929, 930, 951, 959, 991, 997, 1000, 1026, 1093, 1115, 1251, 1651, 1734
श्रीबाई
1322 1093
श्रीमल्ल
श्रीयक
386 736
श्रीयोधा
श्रीरंय
993, 1030, 1031

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