Book Title: Pandava Puranam
Author(s): Shubhachandra Acharya, Jindas Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 575
________________ पत्र पंक्ति अयुद्ध तीन ४२ १९ ब्रोल ३३ १० क्षत्रियाक क्षत्रियोंके तान ३६ १० कटाक्षविक्षप कटाक्षविक्षेप ३६ २१ क्रिया था क्रिया-थी ३८ ११ वाजत वर्जित ३८ १४ अलंकार, सद्गणा अलंकारोंकी सद्गुणोंकी ३८ २४ बुद्धमान बुद्धिमान ४० १८ महिनातक महिनोंतक सामप्रभ सोमप्रभ ७५ १३ बोले ७९ ११ दखा देखा ८५ १२ उनका उनको १२७ २४ 'आधार' यह शब्द यहां नहीं चाहिये १९१ १४ विशाली विशाल २३४ १९ सुवणके सुवर्णके २७: २९ मुनिराज मुनिराजने २८९ २७ पिशाच पिशाचयुक्त २९० २९ वह पिशाच भीम वह भीम २९५ २१-२२ निबंध प्रबंध २९८ १५ निर्दय ३०० २२ पदाथ पदार्थ ३२७ १८ शीलका शीलकी ३६५ १५ दस दिनोंके अनंतर इसके अनंतर ४१४ २२ धमसे धर्मसे ४२२ १८ उत्तम शल्यके समान उत्तम शल्यके समान दीखते हैं , दीखते है ग्रहण करो ४४४ २८ बहुओंसे बाहुओंसे ५०५ १४ संवधन संवर्धन ५१३ २२ उद्युक्तचित्तवाले उद्युक्तचित्त निदय Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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