Book Title: Nivruttikul ka Sankshipta Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Z_Nirgrantha_1_022701.pdf and Nirgrantha_2_022702.pdf and Nirgrantha_3_022703.pdf

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Page 6
________________ Vol.T-1996 निवृत्तिकुल का संक्षिप्त इतिहास 14. वही, पृ० 124-125. 15. शाह, पूर्वोक्त, पृ० 57-59. 16. "श्रीसूराचार्यचरितम्", प्रभावकचरित, सं० मुनिजिनविजय, सिंधी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थाङ्क 13, अहमदाबाद 1940, पृ. 152. 17. दुर्गाशंकर केवलराम शास्त्री, गुजरातनो मध्यकालीन राजपूत इतिहास, भाग 1-2, अहमदाबाद 1953, पृ० 194 और आगे. 18. मोहनलाल मेहता, पूर्वोक्त, पृ० 394-395. 19. वही. 20. प्रभावकचरित, पृ० 152-160. 21. वही. 22. दानादिप्रकरण, सं• अमृतलाल मोहनलाल भोजक एवं नगीन जे० शाह, लालभाई दलपतभाई ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 90, अहमदाबाद 1983. 23. बीकानेरजैनलेखसंग्रह, सं. अगरचंद भंवरलाल नाहटा, कलकत्ता. वीर संवत् 2482 (ई- स. 1955), लेखाङ्क 57. 24. अर्बुदाचलप्रदक्षिणाजैनलेखसंदोह, सं• मुनि जयन्तविजय, भावनगर वि. सं. 2003 (ई.स. 1976), लेखाङ्क 486. 25. वही, लेखाङ्क 396. 26. वही, लेखाङ्क 470, 471, 472, 473, 27. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखाक. 1335. 28. मुनिकान्तिसागर, शत्रुञ्जयवैभव, जयपुर 1990, लेखाङ्क 16. 29. 'समरारासु', प्राचीनगूर्जरकाव्यसंग्रह, सं. चिमनलाल डाह्याभाई दलाल, गायकवाड़ प्राच्य ग्रन्थमाला, ग्रन्थाक्क 13, प्रथम संस्करण, बड़ोदरा 1920, पृ. 27-38. 30. जैनधातुप्रतिमालेखसंग्रह, सं० मुनि बुद्धिसागर, भाग 2, पादरा ई. सन् 1924, लेखाङ्क 81. 31. प्राचीनलेखसंग्रह, सं. आचार्य विजयधर्मसूरि, भावनगर 1929, लेखाङ्क 106. 32. जैनलेखसंग्रह, सं. पूरनचन्द नाहर, भाग-२, कलकत्ता 1927, लेखाङ्क 1078. 33. वही, लेखाङ्क 1003. 34. प्रतिष्ठालेखसंग्रह, सं. विनयसागर, कोटा 1953, लेखाङ्क 712. 35. वही, लेखाङ्क 937. 36. त्रिपुटी महाराज, जैन परम्परानो इतिहास, भाग 1, अहमदाबाद 1952, पृ. 301 और आगे. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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