Book Title: Mumbai Prant ke Prachin Jain Smarak
Author(s): Shitalprasad
Publisher: Manikchand Panachand Johari

View full book text
Previous | Next

Page 250
________________ रेवडंड १२१ . (१३) रुद्रसिंह रुद्रसेन १८३॥ रूपसुन्दरी ८ वशाली वड़ाली १४४ वधवान रेवतीहीप, रेवताचल | वल्लभीपुर वल्लभी बंश रोननगर वस्तुपाल तेजपाल वज्जाल कलचूरी लक्की गुंडी वल्लभ नरेन्द्र लक्ष्यमेश्वर १२३ वल्लभ स्कंध लक्ष्मण या लक्ष्मीदेव प्र.द्वि० ७२ वट्टिग लंबी वल्लभ १९८ वा लवणप्रसाद वावड़ियावाड़ वालू ललितकीर्ति वागवाड़ी लाकंडी - वासुकोड वातापिपुरी लाट १७५-१७६ वादिराज स्वामी १३७ लिंगायत वाघेल वंश लिपनी वि, वी विदरकनी लेन्देयरार सामन्त विलगी १३८ विरावह १६. लोकादित्य ११७ | विराटकोट, विराटनगरी ११९ लोकसेन ,, | विष्णुवर्द्धन या विट्टिदेव ६९ २११ . ११९ .. २११ १२६

Loading...

Page Navigation
1 ... 248 249 250 251 252 253 254