________________ हमारे प्रमुख उपलब्ध प्रकाशन पुस्तक का नाम लेखक/संपादक/अनु. 1. मेरी जीवन गाथा, भाग 1 क्षु. गणेशप्रसाद वर्णी 2. मेरी जीवन गाथा, भाग 2 क्षु. गणेशप्रसाद वर्णी 3. जैन साहित्य का इतिहास, भाग-१ पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री 4. जैन साहित्य का इतिहास, भाग-२ पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री 5. जैन साहित्य का इतिहास (पूर्व पीठिका) पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री 6. जैन दर्शन (संशोधित संस्करण) पं. महेन्द्र कुमार न्यायाचार्य 7. तत्त्वार्थसूत्र (द्वितीय संस्करण) पं. फूलचन्द्र शास्त्री 8. मंदिर वेदी-प्रतिष्ठा एवं कलशारोहण विधि, डा. पन्नालाल साहित्याचार्य 6. अनेकान्त और स्याद्वाद् (द्वितीय संस्करण) प्रो. उदयचन्द जैन 10. तत्त्वार्थसार पं. पन्नालाल साहित्याचार्य 11. वर्णी अध्यात्म-पत्रावली, भाग-१ श्री गणेशप्रसाद वर्णी 12. समयसार-प्रवचन सहित (तृतीय संस्करण) श्री गणेशप्रसाद वर्णी 13. श्रावकधर्म-प्रदीप (तृतीय संस्करण) पं. जगमोहनलाल शास्त्री 14. भद्रबाहु-चाणक्य-चन्द्रगुप्त प्रो. राजाराम जैन 15. आत्मानुशासन पं. फूलचन्द्र शास्त्री 16. योगसार (विद्यार्थी संस्करण) डा. कमलेश कुमार जैन 17. जैन न्याय, भाग-२ पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री 18. स्वयम्भूस्तोत्र-तत्त्वदीपिका पं. उदयचन्द्र जैन 16. देवीदास-विलास डा. विद्यावती जैन 20. अध्यात्मपद-परिजात प्रो. कन्छेदीलाल जैन 21. सिद्धांताचार्य पं. फूलचन्द्र शास्त्री अभिनन्दन ग्रंथ 22. सिद्धांताचार्य पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री अभिनन्दन ग्रंथ 23. अकिंचित्करः एक अनुशीलन पं. फूलचन्द्र शास्त्री 24. लघीयस्त्रय पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री 25. सार समुच्चयः ब्र. शीतल प्रसाद जैन 26. संस्कृत सामायिक पाठ पं. पन्नालाल साहित्याचार्य सिद्धांताचार्य पंडित फूलचन्द्र शास्त्री फाउंडेशन, रूड़की - 247667 1. जैनतत्त्वमीमांसा (तृतीय संस्करण) पं. फूलचन्द्र शास्त्री 2. सत्यान्वेषी एकादश पं. फूलचन्द्र शास्त्री 3. सिन्धु-सरस्वती सभ्य प्रो. सुभाषचन्द्र गुप्ता 4. यह जीवन कठिन सुश्री ज्ञानमाला जैन 5. धवल-जयधवल सार पं. जवाहरलाल शास्त्री 6. जैनधर्म-दर्शन के प्राच135413 प्रो. लक्ष्मीचन्द्र जैन 7. षट्खण्डागम का भाषानवज्ञान ( डा. सत्यरंजन बनर्जी 8. गुरुपरम्परा से प्राप्त जैन आगमः एक इतिहास प्रो. एम.डी.वसंतराज 6. षट्खण्डागमः धवला (जीवस्थान) (अंग्रेजी) डा. नन्दलाल जैन 10. प्राचीन ज्ञान-विज्ञान की अमूल्य धरोहर:जैन पाण्डुलिपियाँ एवं शिलालेख प्रो.राजाराम जैन 11. चौरासी बोल प्रो. पद्मनाभ एस. जैनी (प्रेस में) Jain E१Raiपंडितजी (पं. फूलचन्द्र शास्त्री के जीवन तथा कार्यों पर एक दृष्टि) संपादित ग्रंथ orary.org | Serving Jin Shasan ayanmandirakobatirth.org