Book Title: Mantungacharya aur unke Stotra
Author(s): M A Dhaky, Jitendra B Shah
Publisher: Shardaben Chimanbhai Educational Research Centre

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Page 152
________________ सन्दर्भग्रन्थ-सूची ___ १३५ (६) प्रथमगुच्छक (७) स्तुति तरंगिणी (८) स्तुति तरंगिणी (९) यति क्रिया संग्रह (१०) हुम्बुज-श्रमण-सिद्धान्त पाठावलि (११) श्री विमलभक्ति संग्रह (१) कालिदास-ग्रन्थावली (२) समाधि-शतक (३) अज्ञातकर्तृक प्रबन्ध-चतुष्टय (४) अममस्वामिचरित श्री दिगम्बर जैन ग्रंथभंडार काशी, प्र० पन्नालाल चौधरी, काशी वि० सं० १९८२. संस्कृत भाग २ , सं० विजयभद्रंकरसूरि, मद्रास वि० सं० २०४३ (ई० स० १९८७). भाग ३, सं० विजयभद्रंकरसूरि, मद्रास वि० सं० २०३९ (ई० स० १९८३). सं० मैनाबाइ जैन, नागपुर १९८२. सं० आर्यिका कुलभूषणमति, श्री दिगम्बर जैन कुन्थु विजय ग्रन्थमाला समिति, पुष्प ४, जयपुर १९८२. श्री स्याद्वाद विमल ज्ञानपीठ, पुष्प २७, सोनागिर. (८) प्रकीर्ण सं० रेवाप्रसाद द्विवेदी, वाराणसी १९८६. सं० राउजी नेमचंद शाह, द्वितीय संस्करण, अलिगंज १९६२. सं० रमणीयक म० शाह, अहमदाबाद १९९४. (कर्ता पूर्णिमागच्छीय मुनिरत्नसूरि), सं० विजयकुमुद सूरि, अमदावाद वि० सं० १९९८ (ई० स० १९८२) (कर्ता तपागच्छीय धर्मघोष गणि), सं० लाभविजय गणि, आगमोद्धारग्रन्थमाला, रत्न ४१, कपडवंज वि० सं० २०३६, (ई० स० १९७०). (कर्ता खंडिलगच्छीय भावदेव सूरि), सं० पं० हरगोविंददास पं० बेचरदास, श्री यशोविजयजैनग्रन्थमाला ३२ वाराणसी वि० सं० २४३८ (ईस्वी १९११). (कर्ता तपागच्छीय देवविमल सूरि), सं० पं० शिवदत्त और पं० काशीनाथ शर्मा, कालन्द्री वि० सं० २०४१ (ईस्वी १९८५). सं० पं० पन्नालाल सोनी, माणिकचन्द्र-दिगम्बर-जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थ २१, बम्बई वि० १९७९ (ईस्वी १९२३). (५) सित्तुंज-कप्पो (६) पार्श्वनाथ चरित्र (७) हीरसौभाग्य महाकाव्य (८) सिद्धान्तसारादिसंग्रहः Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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