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उपाध्याय देवचन्द्र : जीवन, साहित्य और विचार : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर श्रीमद् देवचन्द्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालने वाला शोध-प्रबन्ध ।
पृष्ठ ३२०, मूल्य ५०/हिन्दी सूक्ति-सन्दर्भ कोश : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर हिन्दी के सुविस्तृत साहित्य से सूक्तियों का ससन्दर्भ संकलन, दो भागों में।
पृष्ठ ७५०, मूल्य १००/पंच संदेश : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह पर कालजयी सूक्तियों का अनूठा सम्पादन ।
पृष्ठ ३२, मूल्य २/बिना नयन की बात : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर अध्यात्म-पुरुष श्रीमद् राजचन्द्र के प्रमुख पदों पर मानक प्रवचन। पृष्ठ १००, मूल्य १०/भगवत्ता फैली सब ओर : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर कुन्दकुन्द की गाथाओं पर मार्मिक उद्भावना। कम शब्दों में अधिकतम सामग्री।
पृष्ठ १००, मूल्य १०/सहज मिले अविनाशी : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर पंतजलि के प्रमुख योग-सूत्रों की लोकसुलभ विवेचना
पृष्ठ ६२, मूल्य १०/अंतर के पट खोल : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर पंतजलि के महत्वपूर्ण सूत्रों पर पुनर्प्रकाश; योग की अनुठी पुस्तक । पृष्ठ ११२, मूल्य ७/हंसा तो मोती चुगै : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर . महावीर के अध्यात्म-सूत्रों पर प्रवचन ।
पृष्ठ ८८, मूल्य १०/
कथा-कहानी
संसार में समाधि : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर संसार में समाधि के फूल कैसे खिल सकते हैं, सच्चे घटनाक्रमों के द्वारा उसी का सहज विन्यास ।
___ पृष्ठ १२०, मूल्य १०/सिलसिला : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर पशोपेश में पड़े इंसान के विकल्प को तलाशती दास्तान । बालमन, युवापीढ़ी, प्रौढ़, बुजुर्गों के अन्तर्मन को समान रूप से छूने वाली कहानियों का संकलन ।
____ पृष्ठ १२०, मूल्य १०/संत हरिकेशबल : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर अस्पृश्यता निवारण के लिए बोलती एक रंगीन कहानी। बच्चों के लिए सौ फीसदी उपयोगी।
पृष्ठ ३२, मूल्य ५/शून्य का संदेश : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर रहस्य की परतों को उघाड़ती लघुकथाएं।
पृष्ठ ३२, मूल्य २/ताल बना सागर : श्रीमती कुसुम आंचलिया गणिवर श्री महिमाप्रभ सागर जी के प्रेरणास्पद जीवन का एक रंगीन और बेबाक आकलन ।
पृष्ठ २४, मूल्य ५/सत्य, सौन्दर्य और हम : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर सुन्दर, सरस प्रसंग, जिनमें सच्चाई भी है और युग की पहचान भी। पृष्ठ ३२, मूल्य २/घट-घट दीप जले : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित श्री चन्द्रप्रभ की कहानियों का संकलन । पृष्ठ ३२, मूल्य २/कुछ कलियाँ, कुछ फूल : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर संसार के विभिन्न कोनों में हुए सद्गुरुओं की जीवन्त घटनाओं का आलेखन। पृष्ठ ३२, मूल्य २/
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